एक महीने से ज्यादा रहे खांसी, बलगम की समस्या तो तुरंत कराएं जांच, हो सकते हैं लंग कैंसर के लक्षण
कैंसर एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसका समय पर डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट न करने पर यह जानलेवा साबित हो सकती हैं। इसके खतरों और इससे जुड़ी जानकारियों से लोगों को जागरूक कराने के लिए ही हर साल 4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। लंग कैंसर के लक्षण किसी भी व्यस्क को अगर खांसी आते एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है। गले में खराश, छाती में दर्द, खांसी के साथ बलगम या खांसी के साथ खून भी आ रहा है तो ये लक्षण आपको सूचित करते हैं कि आपको लंग कैंसर का खतरा हो सकता है। इसके अलावा रात के समय में पसीना आना और अचानक वेट लॉस होना, पसलियों में जरूरत से ज्यादा दर्द रहना और दवाओं के प्रयोग के बाद भी अगर दर्द कम न हो, तो ऐसे में हमें फौरन डॉक्टर से संपर्क करके उनसे चेकअप कराना चाहिए। वहीं, अगर आपकी आवाज में भी कोई बदलाव हो, खाना अंदर ले जाने में परेशानी हो और गर्दन के आसपास सूजन हो, तो ये सभी एडवांस लंग कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। इम्यूनिटी होती है प्रभावित हम अगर समय रहते लंग कैंसर की पहचान कर लें, तो इसका निदान संभव है इसलिए हमें टाइम टू टाइम चेकअप कराते रहना चाहिए। उन लोगों को खासकर अपना चेकअप कराना चाहिए, जिनकी फैमिली हिस्ट्री में कैंसर हो या जो स्मोकिंग करते हैं। ऐसे लोगों को हर छह महीने में या सालभर में डॉक्टर जांच, एक्स-रे कराना चाहिए। जब हमें इस बीमारी का पता चल जाता है तो हमारे पास आज के समय कई ऐसी दवाएं हैं, जिससे हम बीमारी से ठीक भी हो सकते हैं। छह महीने में कराएं चेकअप लंग कैंसर होने पर आपको डॉक्टर के सुझाव पर हर तीन या छह महीने में चेकअप कराते रहना चाहिए, जिससे पता चल सके कि कहीं यह कैंसर आपके दूसरे लंग में तो नहीं फैल रहा है। अपनी फैमिली का भी रेगुलर चेकअप जरूर कराते रहें। जेनेटिक भी होता है कैंसर परिवार में जींस से जुड़ी हजारों बीमारियां ऐसी होती हैं, जिनका सही समय पर उपचार नहीं होने से वह जानलेवा बन जाती हैं। कई दूसरी बीमारियों की तरह कैंसर भी जेनेटिक हो सकता है। हालांकि, एन्वॉयरमेंट और हमारी बदलती लाइफस्टाइल कैंसर के होने का प्रमुख कारण हो सकता है। |
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