तीन साल के बच्चे ने सिक्का निगला, मौत

 

जबलपुर। यह खबर सभी पेरेंट्स को अलर्ट करने वाली है। तीन साल का एक मासूम सिक्का निगल गया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चा अपने पिता के साथ अपने गांव बरबटी से बरेला जाने के लिए घर से निकला था। उसके हाथ में पांच रुपए का सिक्का था। उसने खेल-खेल में सिक्का निगल लिया। थोड़ी देर बाद उसे उल्टियां होने लगीं। फिर बेहोश हो गया। पिता ने स्थानीय डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। वह बच्चे को लेकर बरगी गया। यहां डॉक्टर के पास ले गया, लेकिन तब तक मासूम दम तोड़ चुका था। डॉक्टर ने बताया कि सिक्का श्वास नली में फंस जाने के कारण बच्चे की सांस बंद हो गई थी। दम घुटने से उसकी मौत हो गई।

गांव के ही रहने वाले प्रदीप यादव ने बताया कि लिक्को आदिवासी बच्चे के साथ बरेला में रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे। रास्ते में उसके बेटे ने सिक्का निगल लिया। इसके पांच घंटे बाद उसकी मौत हो गई। बच्चे का एक बड़ा भाई और एक छोटी बहन है।

तत्काल ईएनटी विशेषज्ञ को दिखाएं
जबलपुर मेडिकल कॉलेज की ईएनटी विभाग की हेड डॉ. कविता सचदेवा के मुताबिक मासूम को परिजन तुरंत ईएनटी विभाग लाते, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। इस तरह के केस में बच्चों के माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए, नहीं तो बच्चा भी घबरा जाता है। धैर्य के साथ उसे तेजी से विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर सिक्का या उस जैसी कोई कठोर चीज उल्टी कराकर निकाल देते हैं। आंत में फंसने पर ही सर्जरी करनी पड़ सकती है।

बच्चों के कुछ निगल जाने पर यह कर सकते हैं

  1. बच्चे ने कुछ निगल लिया है : अगर बच्चा सिक्का निगल गया है तो सबसे पहले बच्चे को आगे की तरफ थोड़ा झुकाएं। उसके पीठ पर 5-6 बार थपथपाएं। इसके अलावा पांच बार सीने पर दो उंगलियों से हल्का दबाव बनाएं। ऐसा दो-तीन बार करें, इस तरह करने से कफ बनेगा और ऑब्जेक्ट बाहर जाएगा।
  2. यदि मुंह में कुछ फंस गया है : अगर बच्चे के मुंह में कुछ फंस गया हो तो ऐसी स्थिति में बच्चे के पेट के ऊपरी हिस्से को दोनों हाथों से टाइट पकड़कर झटके से उसे ऊपर उठाएं। ऐसा कई बार करें फंसी हुई चीज बाहर जाएगी।
  3. जब बच्चा जोर से खांसे : कई बार ऐसा होता है कि बच्चा जोर-जोर से खांसने लगता है। बच्चों का ऐसा करना गले में कुछ फंसे होने का संकेत हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप जरा सचेत हो जाएं और बच्चे को खांसने दें। इस तरह उसके गले में फंसी चीज बाहर निकल जाएगी।
  4. अगर बच्चा नीला पड़ जाए : अगर बच्चा नीला पड़ रहा है, उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है। इसका मतलब उसके श्वास नली में जरूर कुछ फंसा हुआ है। ऐसे में तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
  • इनका ऐसे भी रखें ख्याल: खेलते और स्टडी करते हुए बच्चे नाक गले में रबर, पेंसिल, चॉक के टुकडे फंसा लेते हैं। पेरेंट्स को यह मालूम नहीं चलने पर कान और नाक में इंफेक्शन हो जाता है। कान और नाक से मवाद निकलने पर इंफेक्शन के बारे में मालूम चलता है। छोटे बच्चों को चीजों के बारे में जानकारी नहीं होती है।
  • फूड पाइप में फंसने पर शुरू में नहीं होता दर्द: फूड पाइप में यह फंसने पर उनकी जान के लिए खतरनाक हो सकता है। नाक या कान में रबर, चौक और पेंसिल के टुकड़े डालने पर ये पीछे के हिस्से में चले जाते हैं। इससे मालूम नहीं चल पाता है, क्योंकि शुरुआत में बच्चे को दर्द नहीं होता है। नाक से डिस्चार्ज और कान से मवाद आने पर यह मालूम चलता है।

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