उप पंजीयन कार्यालय का रीडर 11 हजार 500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार

 


टोंक.

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सोमवार देर शाम 2 मकानों की रजिस्ट्री करने के बदले उप पंजीयन कार्यालय के रीडर को 11 हजार 500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ब्यूरो की टीम की ओर से इसके आवास समेत अन्य ठिकानों पर तलाशी जारी है।

ब्यूरो के एसपी राजेश आर्य ने बताया कि सुबह परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई कि उसने निवाई उप पंजीयक कार्यालय में दो मकानों की रजिस्ट्री के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रहा है, लेकिन रीडर लाडपुर कॉलोनी टोडारायसिंह निवासी कमलेश मीणा पुत्र सुखदेव मीणा इन मकानों की 30 लाख रुपए की होने वाली रजिस्ट्री के बदले उसकी आधा प्रतिशत राशि ( 15 हजार रुपए) बतौर कमीशन मांग कर परेशान कर रहा था।

इस पर फरियादी ने रीडर को ब्यूरो में रिश्वत लेते गिरफ्तार करवाने का मन बनाया और रीडर से फाइनल डील की। दोनों के बीच यह मामला 11 हजार 500 रुपए में तय हुआ। ACB ने इस शिकायत का सत्यापन करवाया तो शिकायत सही पाई गई। फिर प्लान बनाकर फरियादी को केमिकल लगे 11 हजार 500 रुपए दिए। प्लान के मुताबिक देर शाम को फरियादी ने सब रजिस्ट्रार ऑफिस में बैठे रीडर को ऑफिस पहुंच कर उसे छुपके से 11 हजार 500 रुपए दे दिए। बाद में वह बाहर निकल कर दाएं-बाएं छुपी ब्यूरो की टीम को ईशारा किया। टीम ने सब रजिस्ट्रार ऑफिस में रीडर को दबोच कर उनके पास से रिश्वत के 11 हजार 500 रुपए बरामद कर लिए। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिए।

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