सरपंच एवं पति ने किया धर्म तालाब को नष्ट, संंघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन

 


 भीलवाड़ा BHN.

जिले के रायला क्षेत्र में सरपंच एवं उसके पति द्वारा अपने निजी हितार्थ धर्म तालाब को नष्ट करने व पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के विरोध में बुधवार को धर्म तालाब बचाओ संघर्ष समिति, रायला ने पर्यावरणविद् बाबूलाल जाजू के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया।  ज्ञापन में बताया गया की ग्राम रायला तहसील बनेड़ा जिला भीलवाड़ा में आराजी नम्बर 2367 रकबा 17.3635 हैक्टेयर किस्म पेटा धर्म तालाब होकर इस तालाब का पानी सदैव से आम जनता व मवेशियान के पीने के काम आता है, लेकिन वर्तमान सरपंच गीता देवी जाट व उसका पति जगदीश प्रसाद जाट अपने निजी स्वार्थ के चलते इस तालाब को नष्ट करने की नियत से न्यायालय आदेशों की खुलेआम अवहेलना करते हुए तालाब के मध्य में तीन जगह पालनुमा मिट्टी भराव कर सड़के बनाकर तालाब को चार भागों में विभाजित कर दिया है और तालाब में कॉलोनी काटकर प्लाट विक्रय कर दिये है एवं यहा तक कि तालाब की रपट आराजी नम्बर 2518 में अपनी निजी भूमि में जाने के लिए लम्बा-चौड़ा पुलिया बनाकर मिट्टी भराव कर रपट के लेवल से उंची सड़क बनाकर रपट के महत्व को ही खत्म कर दिया है, जिससे तालाब की भराव क्षमता पानी की आवक बाधित हुई है एवं पर्यावरण को भारी क्षति पहुंची है।  इस तालाब के साबिक (पुराने) मूल आराजी नम्बर 739 थे, जिसके रेकार्ड में काट-छाट कर इसके टुकड़े करते हुए आराजी नम्बर 739/1 व 739/2 किये गये इसके पश्चात आराजी नम्बर 2367, 2517, 2518, 2519, 2520, 2521 करते दर्ज करते हुए तालाब के पुन: टुकडे किये गये और आराजी नम्बर 2367 रकबा 17.3635 हैक्टेयर को तालाब दर्ज करते हुए आराजी नंम्बर 2518 व 2520 को ग्राम पंचायत की आबादी भूमि दर्ज किया गया एवं आराजी नम्बर 2519 को गै मु. रास्ता दर्ज कर दिया गया तथा 2517 व 2521 को अन्य के नाम आवंटित कर दिया गया और आवंटित खातेदार से उक्त भूमि सरंपच गीता देवी जाट व उसके पति जगदीश प्रसाद जाट ने खरीद कर अपनी राजनैतिक उंची पहुंच से तालाब की उक्त भूमि को रूपान्तरित करवा कर आराजी नंम्बर 2521 में आवासीय प्रयोजनार्थ प्लाट काट दिये एवं आराजी नंम्बर 2517 में पेट्रोल पम्प आवंटित करवा कर लगा दिया गया व आराजी नंम्बर 2520 में अपने सरपंच कार्यकाल के दौरान प्लाट काट कर विक्रय कर दिये गये, जिसमें से प्लाट नम्बर 01 बनाए 50&90 फीट मदरसा हेतु आवंटित किया गया, जिसमें हाल ही मदरसा हेतु दो कमरे निर्मित करवाये गये और इस प्लाट से लगती हुई तालाब की भूमि आराजी नंम्बर 2367 धर्म तालाब की भूमि में ग्राम विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र आर्य की मिलाभगती से करीब 1000 ट्रेक्टर ट्रीप भराव करवा कर तालाब की भूमि को इस प्लाट के लेवल में करते हुए मदरसा के प्लाट में मिला दिया और मौके पर नींव खोद कर भरदी गयी व दीवार निर्माण करने पर आमादा है। सरपंच एवं उसके पति द्वारा किये गये इस कृत्य की समय-समय पर शिकायते भी की गयी लेकिन इनकी राजनैतिक उंची पहुंच के चलते शिकायत को दबा दी जाती है तथा हाल ही मदरसा में दी गयी भूमि व तालाब के पेटा में हाल ही किये गये मिट्टी भराव के सम्बन्ध में ग्रामवासियान द्वारा शिकायत की गयी. जिसपर हल्का पटवारी रायला व तहसीलदार बनेड़ा द्वारा की गयी जांच के अनुसार इसको दोषी पाया गया व इनको पाबन्द भी किया गया लेकिन यह अपनी हरकतों से बाझ नहीं आकर खुलेआम न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए स्थानीय प्रशासन एवं राजनैतिक संरक्षण के चलते अपनी मनमानी कर धर्म तालाब को नष्ट करने पर उतरे हुए है। उन्होंने ज्ञापन देकर कलक्टर से धर्म तालाब तालाब को नष्ट होने से बचाकर तहसीलदार बनेड़ा द्वारा की गयी जांच रिपोर्ट कमांक राजस्व/ 2022/568 दिनांक 22.08.2022 के अनुसार उक्त सभी तथ्यों की पुष्टि होने के कारण सरंपच गीता देवी जाट व उसके पति जगदीश प्रसाद जाट एवं ग्राम विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र आर्य को दोषी ठहराते हुए दण्डित करने  एवं तालब की पेटा भूमि में करवाये गये मिट्टी भराव, सड़के पुल आदि में व्यय हुई सरकारी राशि इनसे वसूल करते हुए इनके निजी खर्चे से सड़कें पुल एवं रपट के पास किये गये भराव को उठवाया जाकर आराजी नंम्बर 2518 व 2520 को पुन पेटा दर्ज किया जाकर तालाब को पूर्व की स्थिति में लाया जाकर इसका सीमा ज्ञान करवाने, आराजी नंम्बर 2517, 2521 तालाब के भराव क्षेत्र में होने से इसका रूपान्तरण आदेश निरस्त कर  न्याय दिलाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में ओमप्रकाश सोमाणी, कृष्णगोपाल कोगटा, सत्यनारायण छीपा, पंकज माली, प्रेमनाथ, मोनू कोगटा, सुरेश गुर्जर, राधेश्याम धोबी, अशोक कचौलिया, नानालाल शर्मा, जगदीश तेली, नरेन्द्र सिंह, महावीर प्रजापत, रामलाल गुर्जर, शंकरलाल तेली, लालचन्द, नारायण आदि मौजूद थे।

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