हीराजी का खेडा में प्यास बुझाने के लिये तरसते ग्रामीण , पास के गांव से लाना पड़ता हैं पानी
भीलवाड़ा, मूलचन्द पेसवानी पानी की समस्या से परेशान महिला ने कहा कि सिर पर वजन नही चल पाता , खुद के प्यास ओर जानवर प्यास कैसे बुझेगी प्यास , सुनने वाला कोई नही नेता भी केवल वोट मांगने आते है उसके बाद तो दर्शन भी दुर्लभ हो जाते है , आखिर हमारी कोन सुनेगा । गोपाल कुमावत ने बताया कि तीन चार वर्षों से ग्रामीण पानी के लिए परेशान है हैंडपम्प भी जो खराब रहता है तथा उसमें भी पीने लायक पानी नही है पास के गांव में लगे हैंडपंप पर लाइन में लगकर पानी लाना पड़ता है , ये लोगो दो तीन बार ग्राम पंचायत में भी पानी की समस्या के बारे जानकारी दी परन्तु कोई सुनने वाला नही है । ग्रामीणों ने आसपास के गांवों में जाकर पानी लाना पड़ता है पालतू जानवरों व प्यास बुझाने के लिये सिर पर महिलाओं को पानी लाने को विवश है । हीराजी का खेडा में ग्रामीणों ने बताया कि इनके श्मशान भी नही है किसी मोत हो जाने पर ये अंतिम संस्कार भी रानीखेड़ा के शमशान पर ले जाकर करवाना पड़ता है । |
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