राष्ट्रीय स्तर पर 8 शील्ड प्राप्त कर राजस्थान स्काउटिंग गाइडिंग ने फहराया परचम


 जयपुर । प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड ने पूर्व वर्षों की भांति राष्ट्रीय स्तर पर वर्ष 2019-20 की 8 शील्ड्स प्राप्त कर अपना सर्वोच्च स्थान बनाते हुए एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। राजस्थान की इस ऐतिहासिक उपलब्धि का श्रेय संगठन के समस्त कार्यकर्ताओं की मेहनत को देते हुए स्टेट चीफ कमिश्नर   जे.सी. महान्ति ने सभी को हार्दिक बधाई देते हुए किये जा रहे कार्यों व सेवाओं की सराहना की।


 


  महान्ति ने बताया कि रविवार 29 नवम्बर को ऑनलाइन वेबिनार के माध्यम से भारत स्काउट व गाइड, राष्ट्रीय मुख्यालय, नई दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय परिषद के वार्षिक अधिवेशन में सभी राज्यों द्वारा किये गये वर्ष पर्यन्त कार्यों की समीक्षा करते हुए वार्षिक राष्ट्र स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा की गई। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड को गतिविधियों में गुणात्मक एवं संख्यात्मक वृद्धि व उत्कृष्टता के लिए सर्वाधिक 8 पुरस्कार मिले। 


 


उन्होंने बताया कि प्रदेश को गाइड विभाग में देश भर में संख्यात्मक एवं गुणात्मक स्तर पर सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन के लिये चीफ नेशनल कमिश्नर शील्ड तथा समग्र गणना वृद्धि में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर राष्ट्रीय शील्ड प्रदान की गई। गणना वृद्धि में प्रदेश स्काउट व कब विभागों में प्रथम स्थान पर रहा जबकि गाइड, रोवर, बुलबुल व रेंजर में द्वितीय स्थान पर रहा।


 


वेबिनार के माध्यम से आयोजित राष्ट्रीय परिषद के वार्षिक अधिवेशन में प्रदेश से स्टेट  महान्ति ने सहभागिता की। इस अवसर पर वर्तमान में कोविड-19 के तहत प्रदेश में किये जा रहे कार्यों की राष्ट्रीय मुख्यालय के पदाधिकारियों द्वारा सराहना की गई, जिस पर  महान्ति ने कहा कि प्रदेश के स्काउट गाइड इस महामारी के दौरान हर संभव सेवाएं प्रदान करने के लिए अपना पूरा प्रयास कर रहे हैं तथा समाज व सरकार को हर प्रकार से सेवाएं दे रहे हैं।   महान्ति ने कहा कि प्रदेश स्काउट गाइड संगठन सर्वोत्कृष्ट कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है और सभी कार्यकर्ता इसके लिए निरन्तर एवं सतत प्रयास करते रहेंगे।


 


उल्लेखनीय है कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 6 लाख स्काउट्स, 1 लाख 80 हजार से अधिक गाइड्स, 50 हजार रोवर-रेंजर (कॉलेज विद्यार्थी) तथा 1लाख 17 हजार कब (12 वर्ष तक के बालक) व 50 हजार से अधिक बुलबुल (12 वर्ष तक की बालिका) पंजीकृत हैं, जो राष्ट्रीय स्तर पर सर्वोच्च स्थान रखते हैं।



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