नवरात्रि पर धनोप शक्तिपीठ पर मेला कल से,सुरक्षा सहित विभिन्न व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजाम

 


शाहपुरा (किशन वैष्णव) । हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नवरात्रि महोत्सव पर क्षेत्र के सुप्रसिद्ध धनोप शक्तिपीठ पर 10 दिवसीय मेले का आयोजन धूमधाम से होगा।फूलियाकलां तहसील में जनआस्था के केंद्र धनोप माताजी शक्तिपीठ अपनी चमत्कारिक सिद्घी के कारण क्षेत्र में ख्याति प्राप्त कर चुका है.धनोप मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह राणावत ने बताया की मेले को लेकर घटस्थापना का मूहर्त रविवार दोपहर 1:15 बजे का रहेगा।विधि पूर्वक कलश स्थापना कर माता रानी की पूजा अर्चना से मेले का शुभारंभ किया जायेगा।मेले की पूर्व तैयारियो को लेकर तहसीलदार बसंत कुमार पांडे की उपस्थिति में अधिकारियों,ट्रस्ट के पदाधिकारियों, थानाधिकारी की मौजूदगी में बैठक उपखंड कार्यालय में आयोजित हुई जिसमे पानी,स्वच्छता,सुरक्षा, बेरिकेट्स,सीसीटीवी,सहित पुलिस के पुख्ता सुरक्षा इंतजामात को लेकर विस्तार से चर्चा हुई व निर्णय लिए गए इसके अलावा 40 से अधिक पुलिस जवानों का जाप्ता मौजूद रहेगा।राणावत ने बताया की मेले को लेकर 15 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं जिससे आस पास की सभी दुकानों और और निज मंदिर सहित क्षेत्र में श्रद्धालुओ सहित अवांछित गतिविधियों पर नजर रहेगी।इसके साथ ही दर्शन करने के लिए भी श्रद्धालुओ के आने जाने के सुरक्षित रास्ते बनाए गए तथा मेला परिसर में 3 रास्तों पर बेरिकेट्स लगाए गए।10 दिवसीय मेला दशहरे तक चलेगा। छठ,सप्तमी और अष्टमी को चिकित्सा एंबुलेंस मोजूद रहेगी।धनोप माता के दर्शन करने श्रद्धालु
जिले भर से पहुंचते हैं तथा कही जातरू तो हजारों किलोमीटर पैदल चल कर माता के दर्शन करने पहुंचते हैं।पूज्या मां भगवती श्री श्री धनोप मातेश्वरी का प्राकट्य बृहद विष्णुपुराण के अनुसार 6 हजार वर्ष पूर्व हुआ, जिनका पुराण में राजा धुंध की कुलदेवी मां जगदीश्वरी के नाम से वर्णन मिलता है।यहां की महिमा भी जगत में प्रसिद्ध है भक्त की ओर से चढ़ाए गए प्रसाद में अगर माताजी कृपा से अपने आप पाती-पुष्प आ जाती है तो सोचा हुआ कार्य पूरा होता है. इस पर भक्त की ओर से सवामणी की रसोई की जाती है. धनोपमाता मंदिर में दोनों नवरात्रि में मेला लगता है और वहां श्रद्धालुओं का सेलाब उमड़ता है.धनोप माताजी मंदिर प्रन्यास के अध्यक्ष ठा. सत्येंद्र सिंह राणावत और सचिव रमेश पंडा के निर्देशन में भक्तों के लिए सुविधाएं मुहैया कराई जाती है.धनोप मंदिर क्षेत्र को आकर्षक और पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की कार्य योजना भी तैयार करते हुए क्रियान्वित की जा रही है।मेले को लेकर चारो तरफ रोशनी तथा डेकोरेशन से मंदिर परिसर जगमगाने लगा है।

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