देश में कोरोना वायरस से चौथी मौत, पंजाब में कोविड-19 से संक्रमित मरीज ने तोड़ा दम

भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से गुरुवार को चौथी मौत हुई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण से चौथे व्यक्ति की मौत पंजाब में हुई है। मंत्रालय के अनुसार, देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 173 हो गयी है। इनमें 25 विदेशी नागरिक... 17 इटली के, तीन फिलीपीन के, दो ब्रिटेन और कनाडा, इंडोनेशिया तथा सिंगापुर का एक-एक नागरिक हैं। अभी तक पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।


मंत्रालय ने बताया कि भारत में फिलहाल कोविड-19 के कुल 149 मामले हैं। उसके अनुसार, अभी तक 20 लोगों का इलाज हो चुका है, या उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गयी है या फिर वे कहीं और चले गए हैं। जबकि चार अन्य लोगों की मौत हो गई है। दिल्ली में अभी तक एक विदेशी नागरिक सहित कुल 12 मामलों की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में तीन विदेशियों सहित 47 मामले आए हैं। उत्तर प्रदेश में 19, केरल में दो विदेशियों सहित 27, कर्नाटक में 14, लद्दाख में आठ, जम्मू-कश्मीर में चार और तेलंगाना में दो विदेशियों सहित छह मामलों की पुष्टि हुई है।


राजस्थान में दो विदेशियों सहित सात, तमिलनाडु तीन और पंजाब में दो, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और चंडीगढ़ में एक-एक मामलों की पुष्टि हुई हैं वहीं हरियाणा में 14 विदेशी नागरिकों सहित 17 मामलों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।


पंजाब सरकार ने 20 से ज्यादा लोगों के इक्ट्ठा होने पर लगाई रोक


पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाने के अलावा शुक्रवार आधी रात से सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को निलंबित करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। सरकार ने राज्यभर में शादी समारोह स्थल, होटल, रेस्तरां, बैंक्वेट और खाना खाने के स्थानों को भी बंद करने का फैसला किया है। होम डिलीवरी और खाना पैक करा कर ले जाने वाली सेवाएं चालू रहेंगी। स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्र ने यहां कहा कि सार्वजनिक परिवहन बसें, टेम्पो और ऑटो रिक्शा शुक्रवार आधी रात से बंद कर दिए जाएंगे।


कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा के लिए दैनिक आधार पर पंजाब सरकार द्वारा गठित सात सदस्यीय मंत्री समूह की बैठक में ये फैसले लिए गए। मंत्री समूह ने लोगों के एकत्रित होने की सीमा 20 तक कर दी है। पहले यह सीमा 50 लोगों की थी। मंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आम लोगों का प्रवेश भी निषेध रहेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई है।


उन्होंने कहा कि सभी आयुक्तों, उपायुक्तों, पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षकों को अपने-अपने थानों को छोड़कर न जाने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा, ''सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अलगाव वार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी।


कोविड का कोई भी संदिग्ध व्यक्ति न लापता हुआ न फरार ,मीडिया की रिपोर्ट गलत


पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया है कि पंजाब में कोरोना वायरस का कोई भी मरीज़ लापता या फऱार नहीं हुआ है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी । उन्होंने मीडिया की रिपोटोर्ं को ग़ैरजिम्मेदार और गलत करार देते हुए खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि लुधियाना के सिविल सर्जन ने जिन 167 लापता लोगों का जिक्र किया था, वे कोविड -19 के संदिग्ध केस नहीं थे लेकिन इनमें विदेशी दौरा करने वाले कुछ लोग थे जिन्हें भारत सरकार की तरफ से संपर्क करने के अधूरे विवरण साझा करने के कारण ढूंढा नहीं जा सका।  इन लोगों के बारे ही रिपोटेर्ं सामने आईं कि वे कोरोना के संदिग्ध मामले थे जो फऱार या लापता हो गए।


सिद्धू ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजऱ इन सभी लोगों की दिल्ली हवाई अड्डे पर पहले ही जांच की जा चुकी है और भारत सरकार की तरफ से सभी यात्रियों की रिपोटेर्ं पंजाब सहित सभी सम्बन्धित राज्यों के साथ साझा की जाती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, उनको प्रोटोकोल के मुताबिक एकांत में रखा गया ।  


सिद्धू ने कहा कि इस मामले में भारत सरकार द्वारा साझे किये गए 335 यात्रियों के संपर्क विवरण अधूरे थे और इन यात्रियों की सूचियों को ज़िला प्रशासन के साथ साझा किया गया था और केंद्र सरकार को भी नियमित तौर पर सूचित किया गया था। इसके बाद, इनमें से 191 यात्रियों को सफलतापूर्वक संपर्क किया गया, और उनमें किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे और निगरानी के 14 दिनों के समय को पूरा कर चुके थे।


उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पंजाब में अब तक कोविड-19 के सिर्फ एक मामले की पुष्टि हुई है। यह यात्री इटली से आया था और इसकी अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांच की गई थी और जी एम सी अमृतसर में दाख़िल करवाया गया था जिसकी स्थिति अब स्थिर है। उसके पारिवारिक सदस्यों की जांच की गई और यह नेगेटिव पाए गए। मरीज़ ने हस्पताल में 14 दिन का समय पूरा कर लिया है और इसके सैंपल आज फिर से टैस्ट के लिए लैब में भेजे गए हैं।


उनके अनुसार अब तक  7523 यात्रियों की सूची राज्य सरकार को प्राप्त हुई है और इनमें से 6083 ने निगरानी का समय पूरा कर लिया है। राज्य में जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 117 रही, जिनमें से एक पॉज़िटिव पाए जाने के अलावा 112 के नेगेटिव पाए गए हैं। चार टैस्टों की रिपोर्ट अभी आनी है। आठ व्यक्तियों को अस्पतालों में निगरानी अधीन रखा गया है जबकि 1298 की घरों में ही निगरानी की जा रही है।
 


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