संप्रेषणगृह से भागे सभी 6 बाल अपचारी मिले, दो ने नदी में और 4 ने रेलवे ट्रैक के सहारे बिताई रात, घर जाने का था इरादा

भीलवाड़ा हलचल। भीलवाड़ा के बाल संप्रेषणगृह से फरार हुये 6 बाल अपचारियों को पुलिस ने दूसरे ही दिन ढूंढ निकाला। इनमें से दो ने नदी में, जबकि चार ने रेलवे ट्रैक के सहारे रात बिताई।  


सदर थाना पुलिस ने हलचल को बताया कि पालड़ी संप्रेषणगृह से सोमवार देर शाम 6 बाल अपचारी नाल के गेट पर लगा ताला तोडऩे के बाद दीवार फांदकर फरार हो गये थे। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों व संप्रेषणगृह स्टॉफ ने इनकों पकडऩा भी चाहा, लेकिन अंधेरे के चलते ये बाल अपचारी हाथ नहीं लग पाये। सदर थाना पुलिस ने इन बाल अपचारियों की तलाश के लिए जिलेभर में नाकाबंदी लगाइ पुलिस का कहना है कि संप्रेषणगृह से भागने वाले सभी 6 बाल अपचारी संगीन मामलों में पुलिस द्वारा डिटेन करने के बाद संप्रेषणगृह में थे। 


इनमें प्रतापगढ़ जिले का एक बाल अपचारी हत्या के मामले में, जबकि कोटा जिले का बाल अपचारी एक नाबालिग को अगवा कर दुष्कर्म करने के मामले में डिटेन हुआ था। इसके अलावा भीलवाड़ा जिले के दो बाल अपचारी नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म, जबकि 2 अन्य जानलेवा हमले के मामले में डिटेन किये गये थे। सदर थाना पुलिस ने इन बाल अपचारियों की तलाश के लिए प्रतापगढ़ और कोटा पुलिस को भी सूचना दी है।  उधर, पुलिस ने दूसरे दिन सुभाषनगर व सदर थाना इलाके से गुजर रही कोठारी नदी से 2 बाल अपचारियों को ढूंढ निकाला। चार अन्य की तलाश के लिए कोठारी नदी सहित आस-पास के इलाके में सर्च अभियान चलाया । इसके चलते 4 अन्य बाल अपचारी संतोषी माता मंदिर के आस-पास रेलवे ट्रैक के सहारे बैठे मिले गये। इनमें तीन एक साथ, जबकि एक अलग था। बाल अपचारियों ने स्वीकार किया कि संप्रेषणगृह से भागने के बाद दो कोठारी नदी में छिप गये और रात भर वहीं रहे, जबकि चार अलग होकर संतोषी माता मंदिर क्षेत्र में चले गये और रेलवे ट्रैक के सहारे रात काटी। इनका कहना था कि वे, संप्रेषणगृह से निकलने के बाद अपने घरों की ओर जाने की फिराक में थे। कफ्र्यू के चलते उन्हें  पुलिस ही पुलिस दिखाई पड़ी और वाहन और ट्रैनें भी बंद होने से वे शहर से नहीं निकल पाये थे। बाल अपचारियों के पकड़े जाने के बाद पुलिस व संप्रेषणगृह स्टॉफ ने राहत की सांस ली है। 


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