अब हर खेल पर लगने लगा ऑनलाइन सट्टा, विदेश से संचालित होता है कारोबार


भीलवाड़ा। अब तक ऑनलाइन से क्रिकेट का सट्टा ही प्रचलित था लेकिन अब हर खेल पर ऑनलाइन सट्टा लगने लगा है। यहीं नहीं ताश पत्ती और अन्य तरीके से हर बाजी पर दाव लग रहे हैं। इसके लिए बकायदा बैंक की तरह ऑनलाइन खाते खोले जा रहे हैं और महीने व दिन की लिमिट भी तय होती है।
सूत्रों के अनुसार गूगल प्ले स्टोर पर ऑनलाइन सट्टा संचालित करने की कई ऐप्स उपलब्ध हैं। ऐसे ही ऐप में भीलवाडा के एक नहीं, सैकड़ों लोग जुड़े हुए हैं। सट्टे के कारोबार में लगे एक व्यक्ति ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि क्रिकेट के ऑनलाइन सट्टे को लेकर तो हायतौबा मचती है और पुलिस भी छापे मारती है लेकिन अब क्रिकेट ही नहीं, बल्कि कई तरह के खेलों पर ऑनलाइन सट्टा लगने लगा है। भारत का देशी खेल कबड्डी हो या विदेशी क्रिकेट, टेबल टेनिस य अन्य कोई गेम, इन सभी पर क्रिकेट की तर्ज पर ही मोबाइल से अब दाव लगते हैं। पहले की तरह फोन पर दाव लिखवाना या परची कटवाना अब गुजरे जमाने की बात हो गई है।
ऐसे करते हैं डाउनलोड
गूगल प्ले स्टोर में जाकर ऑनलाइन सट्टा लिखने पर सट्टे का कारोबार करने वाली एक नहीं बल्कि सैंकड़ों ऐप सामने आती हैं। इसमें से किसी भी ऐप को डाउनलोड करना होता है। इसके बाद रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के तहत डेबिट कार्ड नंबर व अन्य जानकारियां सबमिट करनी पड़ती है। इसके बाद यूजर को आईडी व पासवर्ड दिए जाते हैं जिनकी मदद से वे लॉगिन कर तय सीमा राशि तक सट्टा लगा सकता है।
बकायदा खुलता है खाता
ऐप के जरिये रजिस्टे्रशन के बाद साईवाल यूजर को एक आईडी देता है। इस आईडी के जरिये लाईवाल अपनी तय सीमा राशि में दाव लगा सकता है। खाता खोलने के लिए एक हजार रुपए न्यूनतम जमा होना चाहिए। इसके बाद वह दाव लगा सकता है। बैंक की तर्ज पर ही जीत-हार पर रुपए जमा करने व निकालने की सुविधा भी ऐप में दी गई विदेश से संचालित भीलवाड़ा ही नहीं, देश के हर कोने में ऑनलाइन सट्टे की जड़ें फैल चुकी हैं और मोबाइल से सट्टे का कारोबार संचालित किया जा रहा है। हालांकि ऑनलाइन सट्टे (कसीनो) को लेकर भीलवाड़ा में बड़ी कार्यवाही हुई थी लेकिन इसके बाद भी यह धंधा मंदा नहीं पड़ा है। सट्टा संचालकों ने जरूर अपनी जगह बदल ली है लेकिन उनका कारोबार कतई कमजोर नहीं हुआ है। 


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