पांच महीने से प्रधानाध्यापक का पद खाली, सीनियर टीचर संभाल रहे प्रबंधन
जहाजपुर (देवेंद्रसिंह राणावत)। उपखंड मुख्यालय स्थित महाराणा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में 5 महीने से प्रधानाध्यापक का पद खाली पड़ा होने से विद्यार्थियों व स्टाफ को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सरकारी स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर सरकार भले ही बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन सच्चाई यह है कि खुद सरकार और विभाग की अनदेखी के चलते स्कूली शिक्षा का ढांचा चरमराता दिख रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उच्च माध्यमिक व सेकंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य का पद 5 महीने से खाली चल रहा है और इस तरफ न तो विभाग ध्यान दे रहा है और न ही सरकार का।
प्रधानाध्यापक नहीं होने से स्टाफ में से ही एक सीनियर को इंचार्ज बनाकर काम चलाया जा रहा है। लेकिन अध्यापकों पर बढ़ते कार्यभार के चलते स्कूल संभालना उनके लिए आसान नहीं है। प्रधानाध्यापक का पद खाली होने से विद्यालय के बिजली-पानी तक के बिल पास नहीं हो पा रहे। ऐसे में अध्यापक अपनी जेब से पैसे भरकर बिल जमा करा रहे हैं। ऐसी स्थिति में बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा, इसमें संशय है। विभाग व सरकार की लापरवाही से मासूम बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ लाजिमी नहीं है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें