सात से 10 दिन में कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव, कारगर साबित हो रही आयुष की संजीवनी
कानपुर,। कोरोना वायरस के खिलाफ 'जंग' में आयुर्वेद 'संजीवनी' बनकर सामने आया है। आयुष की दवाओं और काढ़ा के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढऩे संग सात से 10 दिन में कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ रही हैं। विशेषज्ञों को अध्ययन व शोध में आयुर्वेद की ये अहमियत समझ में आई है। शहर स्थित जीएसवीएम मेडिकल कालेज के हैलट अस्पताल स्थित लेवल-थ्री कोविड हास्पिटल, रामा मेडिकल कालेज के कोविड हास्पिटल, नारायणा मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के कोविड हास्पिटल में भर्ती संक्रमित मरीजों को आयुष मंत्रालय की दवाएं और आयुष काढ़ा नियमित सात दिन तक सेवन कराने पर रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी। बुखार, गले में खराश, सांस लेने और फूलने की परेशानी दूर हुई। साथ ही फेफड़ों को भी आराम मिला। इन जड़ी-बूटियों से निर्मित दवाएं बनीं लाभकारी सप्तपर्ण, कुटकी जड़, चिरायता, कुबेराक्ष बीज, हरड़, इंदुजी, दशमूत्र, चिनक, पिपला मूत्र, चिरचिरा, कर्पूर कचरी, कौंच के बीज, शंखपुष्पी, मारंगी, गज पीपल, खरैटी, पोखर मूल, जीवंती, अनत मूल, देवदार, कटंकारी, पिठवन, षृहती। किसका क्या है फायदा सोंठ : आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फाइबर, सोडियम, विटामिन ए और सी से भरपूर। प्रतिरोक्षक क्षमता को मजबूत करने संग खांसी-जुकाम और माइग्रेन से बचाती। पिपली : खांसी बुखार और तिल्ली बढऩे की समस्या में लाभकारी। हल्दी : इम्यून सिस्टम मजबूत करती। सर्दी-जुकाम, खांसी, बुखार, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और पाचन सुधारने में फायदेमंद। तुलसी : तुलसी दल (पत्ते) इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। सांस संबंधी विकारों, संक्रमण, बैक्टीरिया के विकास को रोकने, पाचन तंत्र, पथरी और सर्दी-जुकाम में लाभकारी। काली मिर्च : कफ को कम करती, नाक और कंजेशन को साफ करने संग रोगाणुरोधी (वायरस को रोकने) गुण खांसी-सर्दी और जुकाम में फायदेमंद। दालचीनी : पाचन क्रिया को दुरुस्त रख अच्छी नींद और सांस संबंधी दिक्कतों, बैक्टीरिया से लडऩे में असरकारक व वजन नियंत्रण में सहायक मुलेठी : श्वसन तंत्र व संक्रमण, गले की खराश, सर्दी, खांसी में लाभकारी। सूजन भी कम करती। कालमेघ : बुखार, अर्थराइटिस, हृदय, पेट के रोगों और मधुमेह में लाभकारी। बैक्टीरिया और वायरसरोधी गुण। अश्वगंधा : एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण। कोलेस्ट्रॉल व तनाव कम करती। अच्छी नींद व भरपूर ताकत मिलती। नागर मोथा : भूख बढ़ाने, पाचन विकार व बुखार में फायदेमंद।
नीम गिलोय : एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व बुखार, पीलिया, कब्ज, एसिडिटी, अपच, वात, पित्त व कफ नियंत्रण, डायबिटीज, डेंगू, खांसी-बुखार, एनीमिया व इम्यून सिस्टम बेहतर करने में कारगर। |
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