चांदी के खूबसूरत झूले पर बैठकर आशीर्वाद देंगे गणेशजी, कोरोना को लेकर Alert भी करेंगे

 


सूरत. 10 सितंबर से गणेश उत्सव की शुरुआत होगी। हालांकि इस बार भी कोरोना महामारी के चलते उतनी धूमधाम नहीं रहेगी। लेकिन लोग अपनी-अपनी श्रद्धा के अनुसार तैयारी कर रहे हैं। जन्माष्टमी से पहले सूरत में विभिन्न आकार के चांदी के झूले तैयार किए जा रहे हैं। 5.5 से 6 किलोग्राम चांदी का झूला भी तैयार किया गया है। ज्वेलर दीपक चोकसी ने बताया, "हमने 5000 से 5.5 लाख तक के झूले तैयार किए हैं। इनमें राजस्थानी कारीगरी बनाई गई है।"

गणेशोत्सव को लेकर काफी धूम रहती है
गणेशोत्सव को लेकर देशभर में क्रेज रहता है। खासकर महाराष्ट्र, गुजरात और मध्यभारत में बड़े स्तर पर गणेश उत्सव मनाया जाता रहा है। हालांकि पिछले दो बार से कोरोना संक्रमण के चलते गणेश उत्सव पर बड़े पंडाल नहीं सज पा रहे हैं। गणेश उत्सव पर घर-घर गणपति बप्पा विराजे जाते हैं। गणेशजी हर बार कोई न कोई सामाजिक संदेश लेकर आते हैं। इस बार कोरोना को लेकर जागरुकता लेकर आ रह हैं।

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गणेशजी देंगे वैक्सीनेशन का संदेश
इस बार गणेशोत्सव पर Covid 19 का भी असर दिखाई दे रहा है। गणेशजी को विघ्नहर्ता यानी बुराइयों और समस्याओं का नाशक माना जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए  गुजरात के वडोदरा में रहने वाले मूर्तिकार दक्षेश जांगिड़ ने गणेशोत्सव के लिए नया प्रयोग किया है। उन्होंने गणेशजी की मूर्तियों के जरिये जागरूकता अभियान चलाने की शुरुआत की है। इसमें स्वच्छ भारत का भी संदेश दिया गया है।

 

हैदराबाद में गणेशोत्सव पर स्थापित होगी 45 फीट ऊंची प्रतिमा
शहर के लोकप्रिय खैरताबाद बड़ा गणेश में पांच सिर वाले पंचमुगा रुद्र मुखा महागणेश भक्तों को दर्शन देंगे। यहां 45 फीट ऊंची मूर्ति विराजेगी। बता दें कि पिछली साल पुलिस की पाबंदियों के कारण सिर्फ 9 फीट ऊंची ही स्थापित की जा सकी थी। इस विशाल गणेश मूर्ति के किनारों पर 15-15 फीट की दो मूर्तियां भी बनाई जा रही हैं। ये कृष्णा काली और कला काली की होंगी। खैरताबाद गणेश उत्सव समिति के फाउंडर चेयरमैन एस सुदर्शन मुदिराज ने बताया कि इस मूर्ति के निर्माण में 120 अनुभवी आर्टिस्ट शामिल होंगे। मूर्ति के निर्माण के लिए तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तमिलनाडु से मटैरियल मंगवाया जा रहा है। समिति के अनुसार, सितंबर के पहले सप्ताह तक मूर्ति का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। 

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