अमित शाह ने केरल के संघ प्रचारक परमेश्वरन को श्रद्धांजलि दी
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ प्रचारक दिवंगत परमेश्वरन को रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में संघ के सह सरकार्यवाह कृष्णगोपाल भी उपस्थित थे। अमित शाह ने इस मौके पर कहा, "परमेश्वरन जी के साथ काम करने का मौका नहीं मिला, लेकिन दीनदयाल जन्मशती समारोह के सिलसिले में हमारी मुलाकात परमेश्वरन जी से केरल में हुई थी। मैं उस मुलाकात को कभी भूल नहीं सकता। उन्होंने हमेशा देश, विचारधारा के लिए जीने का काम किया। उन्हें बहुत सारे सम्मान मिले, लेकिन इनके लिए सारे सम्मान छोटे ही थे।"
अमित शाह ने कहा कि परमेश्वरन जी ने केरल में वामपंथियों का विचारधारा पूर्वक शांत रहकर जवाब दिया है।
इस मौके पर आरएसएस के सह कार्यवाह कृष्णगोपाल ने कहा, "देश और केरल की चुनौतियों को संघ ने स्वीकार किया। इस काम को परमेश्वरन जी ने बखूबी निभाया। उनके सामने जो चुनौतियां थीं, हम सब जानते हैं।"
कृष्णगोपाल के मुताबिक, "विश्व के इस पटल पर दुनिया की सबसे बर्बर शक्ति आई और हिन्दू समाज ने इसका सामना किया। लेकिन 1000 साल बहुत लंबा समय होता है। आज जो विकृतियां हिन्दू समाज में दिखती हैं, उसका सबसे बड़ा कारण हिन्दू समाज का अकेला होना रहा है। केरल में भी ऐसा हुआ। संघ के कार्यकर्ताओं ने हमेशा सनातन संस्कृति को अपने हृदय में रखकर उन समस्याओं से लड़ाई लड़ी। केरल में देश मे सर्वाधिक संघ की शाखाएं लगती हैं, चार हजार पांच सौ।"
कृषगोपाल ने कहा, "केरल में कम्युनिस्टों की सरकार आई और उन्होंने अपने स्वभाव के अनुसार विरोधियों को खत्म करने का काम किया। हमारे 500 से अधिक कार्यकर्ताओं की हत्या की गई, लेकिन परमेश्वरन जी ने लगातार काम करके सबको संबल दिया। हिंदुत्व की भी व्याख्या उन्होंने की। जो सभी के विचारों का सम्मान करता है, उसका नाम हिंदुत्व है।"
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