अप्रैल 2021 में घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम! केंद्र सरकार क्रूड ऑयल आयात की बनाई खास रणनीति

 


नई दिल्‍ली. पेट्रोल-डीजल के दाम  में हालिया बढ़ोतरी से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है. देश के कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं, कई शहरों में लोग डीजल करीब 90 रुपये प्रति लीटर खरीदने को मजबूर हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम तीन कारणों से बढ़े हैं. एक, अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में कच्‍चे तेल के दाम (Crude Oil Prices) लगातार बढ़ रहे हैं. दूसरा, केंद्र और राज्य सरकारें भारी-भरकम टैक्‍स (Tax) वसूल रही हैं. तीसरा, पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी हैं. क्रूड ऑयल की बात करें तो अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में यह करीब 70 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गसा है. केंद्रीय पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान   भी कई बार कह चुके हैं कि तेल उत्पादक देशों की मनमानी से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ रहे हैं.

पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने को केंद्र अपनाएगा यह रणनीति
भारत अपनी जरूरत का 84-85 फीसदी क्रूड ऑयल आयात करता है. क्रूड ऑयल आयात करने के मामले में अमेरिका और चीन के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश है. इनमें से करीब 60 फीसदी सिर्फ अरब देशों से आयात किया जाता है. उत्पादक देशों की ओर से क्रूड ऑयल के उत्पादन में कटौती और कीमत में कृत्रिम उछाल की स्थिति पैदा किए जाने से भारत जैसे उपभोक्ता देशों के आर्थिक स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है. ऑर्गेनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्ट कंपनीज प्लस (OPEC+) देशों की ओर से कम क्रूड उत्पादन किए जाने से भारत पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. इन्हीं परिस्थितियों से उबरने के लिए मोदी सरकार वैकल्पिक रणनीति अपनाने जा रही है.

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