फर्जी बिलों के जरिए सरकार को लगा दिया 651 करोड़ रुपये का चूना, हुआ पर्दाफाश

 


जयपुर. राजस्थान में जीएसटी (GST) विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 651 करोड़ रुपये के घोटाले (Scam) का पर्दाफाश किया है. राज्य गुड्स एंड सर्विस टेक्स विभाग ने फर्जी बिलों के जरिए सरकार को चूना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. मंगलवार को बीकानेर में रेनिशा एन्टरप्राइजेज कंपनी के कई ठिकानों पर राज्य जीएसटी विभाग ने छापेमारी की है. फर्जी जीएसटी बिलों के जरिए गोरखधंधा करने वालों के खिलाफ राज्य जीएसटी एंटीविजन ने बीकानेर के सुजानदेसर, गंगाशहर में छापे मारे हैं. एसजीएसटी की कार्रवाई में खुलासा हुआ है की इस रैकेट द्वारा कागजों पर फर्जी कंपनियां बनाकर इस कारनामें को अंजाम दिया गया है.

कंपनी जिन पतों पर रजिस्टर्ड है वहां कंपनी नहीं मिली
बता दें कि गिरोह द्वारा जिन नाम पतों पर कंपनियां रजिस्टर्ड करवाई गई थी, वहां पर स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद भी कोई कंपनी नहीं मिली. गिरोह के मास्टर माइंड लोगों द्वारा बीकानेर में कंपनियां रजिस्टर्ड करवाने के बाद कर्नाटक की कंपनियों से बड़े पैमाने पर सौदेबाजी दर्शाई है. रेनिशा एन्टरप्राइजेज कंपनी के जरिए कर्नाटक की फर्जी कंपनियों से भारी मात्रा में सोने-चांदी के फर्जी इनवॉइस बनाए गए.

जिस कंपनी से माल खरीदा उसी को बेच दिया
चौकाने वाली बात ये है की कर्नाटक की जिन फर्मों से भारी मात्रा में माल की खरीदी दर्शाई गई है, उन्हीं फर्मों को माल का बेचान दर्शाया गया है. एसजीएसटी की जांच में खुलासा हुआ है की गिरोह द्वारा ये पूरी सौदेबाजी सिर्फ कागजों में फर्जी तरीके से दर्शाई गई है. फर्जी जीएसटी इनवॉइस वाले गिरोह के लोगों ने सोने-चांदी का कारोबार इस लिए चुना क्योकि इन पर जीएसटी की दर सबसे कम होती है. सोने-चांदी के कारोबार पर जीएसटी की दर सिर्फ 3 प्रतिशत है 

गिरोह ने राज्य सरकार के खजाने को भी चूना लगाया है. गिरोह ने सरकारी खजाने से 19 करोड़ 53 लाख रुपए का फर्जी इनपुट क्रेडिट टेक्स का लाभ उठाया है. स्टेट गुड्स एंड सर्विस टेक्स विभाग की एंटीविजन की टीमें इस गिरोह के लोगों की सरगर्मी से तलाशी कर रही है. एसजीएसटी आयुक्त अभिषेक भगोटिया के निर्देश पर ये कार्रवाई संयुक्त आयुक्त नरेन्द्र सिंह शेखावत ने की है.

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