हाल-ए-जिला अस्पताल-उमड़ रही मरीजों की भीड़, नहीं करवाई जा रही है सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, कोरोना का मंडरा रहा है खतरा


 भीलवाड़ा संपत माली । भीलवाड़ा में कोरोना के चलते कई लोग अपनों को खो चुके तो कई अब भी कोरोना की जद में आकर पूरी तरह स्वस्थ नहीं हो पाये हैं। अभी कोरोना का कहर थमा भी नहीं की एक बार फिर खतरा मंडराने लगा है। समारोह हो या बाजार यहां तो खतरा मंडरा ही रहा है, लेकिन जिले का सबसे बड़े महात्मा गांधी अस्पताल भी इस खतरे को दस्तक देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। चिकित्सालय प्रशासन की अनदेखी के चलते आउटडोर में मरिजों की भारी भीड़ लगी रहती है। जहां इन मरिजों व उनके साथ आने वाले परिजनों से न तो सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाई जा रही है और न ही इस भीड़ की ओर किसी का ध्यान जा पा रहा है। ऐसे में कोरोना का खतरा मंडराता नजर आ रहा है। 
जानकारी के अनुसार, जिले के सबसे बड़े  महात्मा गांधी चिकित्सालय के हड्डी आउटडोर का भीलवाड़ा हलचल ने मंगलवार सुबह जायजा लिया। जहां आउटडोर के बाहर  गेलरी में भारी भीड़ जमा थी। हाल यह था कि इस गली से आसानी से निकल पाना मुश्किल हो रहा था। मरिज एक-दूसरे से सटे होकर लाइनों में लगे हुये थे। 
इन मरिजों में सामाजिक दूरी का जरा भी पालन नहीं हो रहा था। मरिजों से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना अस्पताल प्रशासन द्वारा नहीं करवाई जा रही थी। ऐसे में अगर इतनी भीड़ में कोई कोरोना रोगी आ जाता है तो एक बार फिर कोरोना फैलने से इनकार नहीं किया जा सकता है। चिकित्सालय प्रशासन द्वारा एक तरफ खतरे का अहसास करवाया जारहा है तो दूसरी और मंडराते खतरे को लेकर उन्हें जरा भी आभास नहीं है। 
एक चिकित्सक का कहना था कि हडडी आउटडोर में तीन डॉक्टर है। इनमें से एक की ड्यूटी कोरोना वार्ड में, दूसरे की प्लास्टर रूम में लगा दी गई। जबकि एक डॉक्टर रोगी देख रहा है। ऐसे में मरिजों की भीड़ लगी है।  वहीं दूसरी और शहर हो या कॉलोनियां या फिर गांव सभी जगह लोग एक बार फिर कोरोना से बेखौफ हो चुके हैं। लोग, अब सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, मास्क लगाना और साबुन से बार-बार हाथ धोना भूल चुके हैं या भूलते जा रहे हैं। ऐसे में एक बार फिर कोरोना का खतरा बढ़ सकता है, इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। 

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