मरिज को नहीं मिला स्ट्रेचर, बुजुर्ग महिला को जाजम पर लिटा कर एक घंटे तक अस्पताल में इधर-उधर भटकते रहे परिजन

 


 भीलवाड़ा  विजय गढ़वाल/ संपत माली। जिले के सबसे बड़े अ श्रेणी प्राप्त महात्मा गांधी चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का आलम थम नहीं रहा है। वहीं जवाबदार हर बार व्यवस्थाएं सुधारने और कार्रवाई की बात कह जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते दिख रहे हैं। बेहतर इलाज तो दूर यहां आने वाले मरीजों को बेसिक सुविधाएं तक नसीब नहीं हो रही हैं। चिकित्सालय में पहुंचे मरीज को चिकित्सक व एक्स-रे रूम तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर तक नहीं मिल रहा है। सोमवार को यहां पहुंचे मरिज को स्ट्रेचर की जरूरत थी, लेकिन स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं होने से मरिज को परिजन जाजम पर उठाकर ले गए।

पैर में था फ्रैक्चर, चल नहीं पा रही थी बुजुर्ग 
जिला चिकित्सालय में कभी स्ट्रेचर नहीं तो कभी स्ट्रेचर खींचने वाले कर्मचारी उपलब्ध नहीं होते हैं। ऐसी स्थिति में मरिजों की पीड़ा तो बढ़ ही जाती है, साथ ही उन्हें अस्पताल लाने वाले परिजनों की भी परेशानी बढ़ जाती है। ऐसा ही आज डाबला गांव की बुजुर्ग महिला व उसके साथ आये परिजनों की परेशानी तब बढ़ गई, जब उन्हें अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं मिला। इस बुजुर्ग महिला के पैर में फ्रैक्चर था।  

करीब एक घंटे तक जाजम पर मरिज को लेकर इधर-उधर लेकर भटकते रहे परिजन
मरिजों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने-ले जाने के उपयोग में आने वाली स्ट्रेचर मरिजों को उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। आज भी ऐसा ही सबकुछ हुआ डाबला गांव की बुजुर्ग महिला सोहनी के साथ। महिला सोहनी गिर गई थी। उसके पैर में फै्रक्चर होने से परिजन बजरंग वैष्णव व अन्य लोग निजी वाहन से गांव से जिला अस्पताल ले गये। जहां उन्होंने बुजुर्ग सोहनी को डॉक्टर को दिखाने हड्डी आउटडोर तक ले जाने के लिए स्ट्रेचर ढूंढा, लेकिन करीब 20 से 25 मिनट इधर-उधर भटकने के बाद के बाद भी जब उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला तो उनकी परेशानी बढ़ गई। वे महिला को एक जाजम पर लिटाकर उसे पहले हड्डी आउटडोर ले गये। जहां डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने एक्स-रे लिखा। ऐसे में सोहनी को हड्डी आउटडोर से एक्सरे  रूम तक जाजम पर ले जाया गया। एक्स-रे के बाद उसे फिर डॉक्टर के पास ले जाया गया। करीब एक -घंटे तक परिजन इस महिला को जाजम पर इधर से उधर लेकर भटकते रहे। 

करेंगे कर्मचारी पर कार्रवाई-पीएमओ
इस घटना को लेकर जिला चिकित्सालय के पीएमओ डॉ. अरुण गौड़ ने कहा कि  अस्पताल में स्टे्रचर उपलब्ध नहीं होने पर उप नियंत्रक से संपर्क करने के बोर्ड लगा रखे हैं। फिर भी अगर ऐसी बात है तो हम संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। 

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