पढ़ें 02 अगस्त 2021 का पंचांग, सावन सोमवार व्रत आज, जानें मुहूर्त, राहुकाल एवं दिशाशूल

 


हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, आज सावन मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। आज 02 अगस्त 2021 और दिन सोमवार है। आज सावन मास का दूसरा सोमवार है। आज के दिन लोग व्रत रखते हैं और भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करते हैं। सावन सोमवार व्रत समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए उत्तम माना जाता है। आज रात से भद्रा लग रही है, वहीं वृद्धि योग रात 11:07 बजे तक है, जो शुभ कार्यों के लिए ठीक मुहूर्त है। सर्वार्थ सिद्धि योग रात्रि से अगले दिन प्रात: तक है। आज के पंचांग में राहुकाल, शुभ मुहूर्त, दिशाशूल के अलावा सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त आदि के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।

आज का पंचांग

दिन: सोमवार, श्रावण मास, कृष्ण पक्ष, नवमी तिथि।

आज का दिशाशूल: पूर्व।

आज का राहुकाल: प्रात: 07:30 बजे से 09:00 बजे तक।

आज की भद्रा: रात्रि के 11:45 बजे से 03 अगस्त को दोपहर 01:00 बजे तक।

आज का पर्व एवं त्योहार: श्रावण सोमवार व्रत।

विक्रम संवत 2078 शके 1943 दक्षिणायन, उत्तरगोल, वर्षा ऋतु श्रावण मास कृष्ण पक्ष की नवमी 10 घंटे 29 मिनट तक, तत्पश्चात् दशमी कृतिका नक्षत्र 22 घंटे 43 मिनट तक, तत्पश्चात् रोहिणी नक्षत्र वृद्धि योग 23 घंटे 06 मिनट तक, तत्पश्चात् ध्रुव योग वृष में चंद्रमा।

सूर्योदय और सूर्यास्त

आज के दिन सूर्योदय प्रात:काल 05 बजकर 43 मिनट पर हुआ है, वहीं सूर्यास्त शाम को 07 बजकर 11 मिनट पर होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त

आज का चंद्रोदय देर रात 01 बजे होगा। चंद्र के अस्त का समय अगले दिन दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर है।

आज का शुभ समय

अभिजित मुहूर्त: आज दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक।

वृद्धि योग: आज रात 11:07 बजे तक है।

विजय मुहूर्त: दोपहर 02 बजकर 42 मिनट से दोपहर 03 बजकर 36 मिनट तक।

सर्वार्थ सिद्धि योग: आज रात 10 बजकर 44 मिनट से अगले दिन प्रात: 05 बजकर 44 मिनट तक।

 अमृत काल: आज रात 08 बजकर 01 मिनट से रात 09 बजकर 49 मिनट तक।

आज सावन कृष्ण नवमी है। आज सोमवार के दिन ​शिव चालीसा, शिवाष्टक, शिव पुराण आदि का पाठ करना उत्तम होता है। आज शिव जी के मंत्रों का जाप करना चाहिए। आज आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं तो शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिये कटा हुआ हाथ जोड़ा