सावधान ,बस 5G ही काफी नहीं! नया फोन खरीदने जा रहे हैं, तो जरूर चेक करें ये 4 चीजें
नई दिल्ली। कहते हैं कि किसी किताब को उसके कवर पेज से जज नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह किसी भी 5G फोन को बस इसलिए नहीं खरीद लेना चाहिए, कि बस वो 5G स्मार्टफोन है। क्या पता जिस 5G फोन को आप खरीद रहे हैं, वो आपके 5G स्पीड देता भी है या नहीं? ऐसे में 5G स्मार्टफोन खरीदते वक्त कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए। बता दें कि एक बेस्ट 5G फोन के लिए दो चीजे जरूरी होती हैं। पहली स्मार्टफोन में 5G कनेक्टिविटी होना और दूसरा 5G नेटवर्क की मौजूदगी। मौजदूा वक्त में भारत में 5G नेटवर्क मौजूद नहीं है। लेकिन स्मार्टफोन कंपनियां यह कहकर 5G स्मार्टफोन बेच रही हैं कि जब 5G नेटवर्क आ जाएंगे, तो उनका स्मार्टफोन 5G नेटवर्क पर सही से काम करेगा। लेकिन यह पूरा सच नहीं है। आइए जानते हैं वो बातें, जो स्मार्टफोन कंपनियां नहीं बताती हैं- फोन की 5G कनेक्टिविटी मौजूदा वक्त में ज्यादातर कंपनियां 5G स्मार्टफोन बेच रही हैं। लेकिन ग्राहकों को यह नहीं बताती हैं कि आखिर उनका 5G फोन कितने बैंड को सपोर्ट करता है। बता दें कि एक 5G स्मार्टफोन मल्टीपल 5G बैंड दिये जाते हैं। मौजूदा वक्त में N78 बैंड सबसे फेमस है। ऐसा माना जाता है कि जिस स्मार्टफोन में ज्यादा 5G बैंड होंगे, वो स्मार्टफोन ज्यादा बेहतर 5G स्मार्टफोन होता है। ज्यादा 5G बैंड वाले स्मार्टफोन में ज्यादा फास्ट स्पीड मिलती है। लेकिन मार्केट में मौजूद ज्यादातर स्मार्टफोन बस नाम के लिए 5G स्मार्टफोन पेश कर रहे हैं। OnePlus और Realme जैसी कंपनियां सिंगल 5G बैंड देकर स्मार्टफोन पेश कर रही हैं, जो फ्यूचर रेडी स्मार्टफोन हीं है। मतलब हो सकता है यह 5G कनेक्टिविटी को बेहतर ढ़ंग से ना सपोर्ट करें। सॉफ्टवेयर एक बेस्ट 5G स्मार्टफोन के लिए जरूर है, कि फोन का सॉफ्टवेयर भी 5G कनेक्टिविटी को सपोर्ट करे। प्रोसेसर बनाने वाली कई कंपनियों जैसे MediaTek, Qualcomm और Samsung जैसी कंपनियां 5G कनेक्टिवटी को बेहतर ढ़ंग से सपोर्ट करती हैं। इन कंपनियों की तरफ से खासतौर पर 5G स्मार्टफोन के लिए अलग से प्रोसेसर विकसित किया जा रहा है। ऐसे में 5G स्मार्टफोन खरीदते वक्त ध्यान देना चाहिए कि क्या आपके फोन में 5G कनेक्टिविटी को सपोर्ट करने वाला प्रोसेसर है या नहीं? 5G bands मौजूदा वक्त में तीन तरह के 5G बैंड्स होते हैं - लो, मिड और हाई. लो-5G बैंड्स की रेंज 600 से 850 Hz के बीच होती है। यह कई किमी. के दायरे को कवर करता है। इसमें 30-250 Mbps की स्पीड मिलती है। दूसरी तरहह हाई बैंड 5G को mmWave के नाम से जाना जाता है। इसमें सबसे तेज 1 Gbps की स्पीड मिलती है. लेकिन इसका दायरा काफी कम होता है। साथ ही किसी या ग्लास के आने से नेटवर्क प्रभावित होता है। वही मिड बैंड 5G को sub-6 GHz के नाम से जाना जाता है। इसकी फ्रिक्वेंसी 2 Ghz to 6 GHz के बीच होती है। यह 700 Mbps तक की स्पीड डिलीवर करता है, जो 5G से कई गुना ज्यादा होती है। क्या है n78 5G बैंड यह SUB-6 GHz बैंड का ही एक बैंड है, जो यूरोप और एशियाई देशों में काफी फेमस है। इसकी फ्रिक्वेसीं 3.3 GHz से 3.8 GHz के बीच होती है। इसे C-band 5G के नाम से भी जानते हैं. इसमें अच्छी स्पीड, ज्यादा कवरेज एरिया मिलता है। ज्यादातर कमर्शियल 5G नेटवर्क 3.3 से 3.8 GHz रेंज पर काम करते हैं. |
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें