बाजीगरी दिखाई है भारतीय महिला हॉकी टीम ने
: बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का एक बहुत फेमस डायलॉग है- 'हार कर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं।' कुछ ऐसी ही बाजीगरी दिखाई है भारतीय महिला हॉकी टीम ने। भले ही शुक्रवार को देश की बेटियां ग्रेट ब्रिटेन से मुकाबला हार गई है, लेकिन पूरी दुनिया में इन खिलाड़ियों के नाम का डंका बजा है। कांटे की टक्कर वाले इस मुकाबले में भारतीय टीम (India) ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया, लेकिन आखिरी क्वार्टर में ब्रिटेन (Great Britain) के गोल के बाद भारत बढ़त नहीं बना पाई और 4-3 से ये मुकाबला गवां दिया। इसके साथ उनके ब्रॉन्ज जीतने का सपना भी अधूरा रह गया। लेकिन मैच के दौरान कई ऐसे मोमेंट आए, जहां इन बेटियों ने दिल जीत लिया। आइए आपको दिखाते हैं, भारतीय महिला हॉकी टीम (Indian Women’s Hockey Team)की दिल को छू लेने वाली 10 बेहतरीन तस्वीरें.... भारत की महिला हॉकी टीम का ओलंपिक में पहली बार पदक जीतने का सपना भले ही टूट गया हो, लेकिन ब्रॉन्ज मुकाबले तक पहुंचकर देश की बेटियों ने इतिहास रच दिया। आज से पहले भारतीय महिला हॉकी टीम इस मुकाम तक नहीं पहुंची थी। पूरा देश इनकी मेहनत और लगन पर गर्व कर रहा है।
ब्रिटेन के खिलाफ हार के बाद भले ही ये खिलाड़ी मायूस नजर आ रहे हो, लेकिन दुनिया की नजर में वो हारकर भी जीत गई हैं। चोट लगी, दर्द हुआ, लेकिन बेटियों ने हार नहीं मानी और ग्रेट ब्रिटेन को कड़ी टक्कर दी।
इससे पहले टोक्यो में ग्रुप मैच में ही ब्रिटेन ने भारत को 4-1 से मात दी थी। लेकिन इस बार भारत ने वो गलती नहीं दोहराई और एक प्रबल दावेदार बनकर मैदान पर नजर आई। इस मैच के दौरान नवनीत कौर को सिर पट्टी बांधे देखा गया। दरअसल, पिछले मैच में उन्हें माथे पर चोट लग गई थी, लेकिन इसके बाद भी वह ये मैच खेलने उतरी।
इसे कहते है स्पोर्ट्समैन स्पिरिट, जब भारतीय डिफेंडर दीप ग्रेस एक्का मायूस होकर जमीन पर बैठ गई, तो ब्रिटेन की खिलाड़ी उन्हें संभालते हुए। ब्रिटेन के खिलाफ इस मैच में गुरजीत कौर ने 2 गोल करके टीम को बराबरी दिलाई थी। बता दें कि टोक्यो 2020 में उन्होंने कुल 3 गोल दागे है।
भारतीय खिलाड़ी वंदना कटारिया हार के बाद मायूस नजर आई और फील्ड पर ही बैठ गई। बता दें कि वंदना ने भी इस मैच में 1 और पूरे टूर्नामेंट में 4 गोल दागे। वह ओलंपिक में एक साथ तीनों गोल करने वाली पहली भारतीय बनी हैं। ये रिकॉर्ड उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले गए ग्रुप मैच में बनाया था। ब्रिटेन को जीत की बधाई देते हुए भारतीय कप्तान रानी रामपाल का पॉजिटिव एटीट्यूड। रानी की कप्तानी में ही भारत ने ओलंपिक के इतिहास में यहां तक पहुंचने का रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले भारतीय महिला टीम कभी भी नॉकआउट मुकाबलों तक नहीं पहुंची थी। |
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