आगरा में उफन रही चंबल, दर्जनभर गांव से संपर्क टूटा, यमुना भी खतरे के निशान के करीब

 

आगरा। मध्यप्रदेश में हो रही बारिश और कोटा बैराज से पानी छोड़ने के चलते चंबल नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया था तो वहीं गुरुवार सुबह 7:00 बजे पिनाहट पर नदी का जलस्तर 135.60 मीटर रहा। खतरे का निशान 132 मीटर है।

इसके चलते दर्जनभर से अधिक गांव में संपर्क कट गया है। प्रशासन द्वारा चार से अधिक स्ट्रीमर लगाए गए हैं।

जीवनी मंडी वॉटरवर्क्स पर यमुना नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरुवार सुबह 7:00 बजे जलस्तर 491.3 फ़ीट पर पहुंच गया। लो फ्लड लेवल बस 495 फीट है। दोनों ही नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी का क्रम जारी है। 

बता दें राजस्थान और मध्य प्रदेश में लगतार हो रही बारिश के कारण चंबल नदी उफान मार रही है। 12 गांवों में बाढ़ग्रस्‍त होने से उनका संपर्क कट गया है। रास्ते जलमग्न हो गए हैं। गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, मऊ की मढ़ैया, गुढ़ा समेत सात गांवों में आवाजाही बंद है। शहर में यमुना लाल निशान से दो कदम दूर बह रही है। बुधवार को वाटरवर्क्स पर जलस्तर 492 फीट पहुंच गया था। 495 फीट लो फ्लड लेवल है। यमुना उफनने से दयालबाग, मोहनपुर, खासपुर, बाईपुर मुस्तकिल समेत एक दर्जन गांव में खेत पानी में डूब गए हैं। गोकुल बैराज से रिकार्ड 49281 क्यूसेक पानी आगरा की ओर यमुना में छोड़ा गया है। बुधवार को डीएम प्रभु एन सिंह ने प्रभावित गांवों में हालातों का जायजा लिया। बाढ़ग्रस्‍त गांव में स्टीमर से आवाजाही शुरू कराई है।

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