पैरालंपिक का आगाज: मशाल रिले के लिए फ्लेम लाइटिंग इवेंट जापान में शुरू

 

 टोक्यो में ओलंपिक खेलों (Olympics 2020) के बाद अब पैरालंपिक्स खेलों की शुरुआत होने वाली है। जापान ने गुरुवार को अपना पहला पैरालंपिक फ्लेम-लाइटिंग समारोह आयोजित किया। पैरालंपिक खेलों में पैरा एथलीट यानी दिव्यांग खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। बता दें कि ये खेल समारोह 24 अगस्त से 5 सितंबर के बीच होने वाला है। जापान में कोविड -19 का प्रकोप देखा जा रहा है। लगभग 15,300 मौतों के साथ, डेल्टा वैरिएंट के कई मामले सामने आ रहे हैं। जिसे देखते हुए दर्शकों के आने पर संशय बना हुआ है। जापानी मीडिया ने कहा कि पैरालंपिक 24 अगस्त से शुरू होने पर इसी तरह की परिस्थितियों में होने की उम्मीद है, अगले सप्ताह की शुरुआत में दर्शकों पर एक आधिकारिक निर्णय की उम्मीद है।

Paralympics 2020 begins, flame lighting event commence at Japan

भारत का अबतक का सबसे बड़ा दल
पैरालंपिक्स खेलों में भारत ने इस साल अपनी अब तक की सबसे बड़ी टुकड़ी भेजी है। जिसमें 54 पैरालंपिक एथलीट नौ खेलों में भाग लेंगे। भारतीय एथलीट सुमित अंतिल और जेवलिन थ्रो में संदीप चौधरी होंगे। शूटिंग में मनीष नरवाल (10 मीटर एयर पिस्टल), सिंहराज (10 मीटर एयर पिस्टल), और अवनि लेखारा (10 मीटर एयर राइफल, 50 मीटर एयर राइफल) और हाई जंप में मरियप्पन थंगावेलु भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मरियप्पन भारतीय टीम के ध्वजवाहक भी होंगे। वहीं, पूरे खेलों के लिए लगभग 4,000 पैरालिंपियन और विदेशों से 12,000 अधिकारी, कर्मचारी और मीडिया जापान में होंगे।

पैरालंपिक में होगी बैडमिंटन की शुरुआत
टोक्यो 2020 समर पैरालंपिक खेलों में बैडमिंटन अपनी शुरुआत करेगा। जिसमें पुरुष वर्ग में भारत के पांच शटलर प्रमोद भगत, मनोज सरकार, तरुण ढिल्लों, सुहास यतिराज और कृष्णा नगर शामिल होंगे। वहीं, महिला युगल जोड़ी में पारुल परमार और पलक कोहली भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

रियो 2016 में भारत का प्रदर्शन
2016 के रियो पैरालंपिक में 19 भारतीय पैरा-एथलीटों ने पांच खेलों में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता था। इस बार भारत के एथलीट्स से इसी तरह की उम्मीद की जा रही है।



टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

मुंडन संस्कार से पहले आई मौत- बेकाबू बोलेरो की टक्कर से पिता-पुत्र की मौत, पत्नी घायल, भादू में शोक

जहाजपुर थाना प्रभारी के पिता ने 2 लाख रुपये लेकर कहा, आप निश्चित होकर ट्रैक्टर चलाओ, मेरा बेटा आपको परेशान नहीं करेगा, शिकायत पर पिता-पुत्र के खिलाफ एसीबी में केस दर्ज