भक्ति का अर्थ परमात्मा का चिंतन: महामंडलेश्वर अनंतदेव


भीलवाड़ा । वामदेव ज्योतिरमठ वृंदावन के संस्थापक, रामधाम के संरक्षक एवं अखिल भारतीय संत समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महामंडलेश्वर अनंत देव गिरी महाराज (वृंदावन) ने कहा कि‍ भक्ति का अर्थ परमात्मा का चिंतन है। मनुष्य को संतो की बात पर अमल कर परमात्मा प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए इसी से उसका कल्याण होगा। जो अन्तस्थ भगवान को देखता है असल में वही भगवान को देखता है। जिसने अंतस्थ भगवान को देख लिया उसने ही परमात्मा का साक्षात्कार किया है। अंतस्थ के भगवान के दर्शन का प्रभाव यह होता है कि वह बाहर भी फिर उसे देख लेता है। इसलिए अन्तस्थ भगवान के स्वरूप को समझना बहुत आवश्यक है। सगुण साकार स्वरूप की आराधना उपासना अंतःकरण के हृदय को शुद्ध करने के लिए चित्त की चंचलता को मिटाने के लिए किंतु वहीं तक सीमित रहना यह साधक की बुद्धिमता नहीं है। उससे भी आगे वह तत्व है जिसे आप परमात्मा, भगवान, ब्रह्म व आत्मा कहते हैं वही परमात्मा है। भागवत में तो प्रारंभ में ही यह बात स्पष्ट की गई है। संत श्री ने आगे कहा कि हमारा मन श्र्वेन्द्रीय से युक्त है तो ही हम सत्संग सुन पाएंगे। अगर राग द्वेष में मन जा रहा है तो मौजूद होकर भी हम सत्संग का लाभ नहीं ले पाएंगे। आत्मा अजर अमर है इसका विनाश नहीं होता है। हमें अपने हृदय में बैठे भगवान को देखने का प्रयास करना चाहिए। ध्यान में जो ज्योति दर्शन होता है वही परमात्मा का ध्यान होता है। यह परमात्मा का प्रत्यक्ष दर्शन है।  प्रवचन के दौरान श्रीराम, जयराम, जय जय राम का कीर्तन भी हुआ। प्रवचन के बाद सुबह 10 से 10:30 बजे तक सरल गीता पाठ का पाठन महामंडलेश्वर द्वारा करवाया गया। सावन के चलते रामधाम के शिवालय में पुजारी घनश्याम शर्मा, रामु देवी, जोरावर सिंह, कैलाश भाई, सुभाष बिड़ला, रोहित आगरा द्वारा शिवलिंग का अभिषेक व श्रृंगार का क्रम जारी है। राम रामेश्वरम की प्रतिमा का भी प्रतिदिन श्रृंगार किया जा रहा है। प्रवचन में महामंडलेश्वर के साथ काशी, बनारस के दंडी स्वामी सर्वेश्वरानंद तीर्थ, स्वामी अवधेश आश्रम,  वामदेव आश्रम के नारायण चेतन स्वामी,  स्वामी लक्ष्मण चेतन महाराज, परमहंस वामदेव ज्योर्तिमठ वृन्दावन के स्वामी मितानंद महाराज बंगाली बाबा, सुधेश कुमार फगवाड़ा आदि का भी दर्शनलाभ मिल रहा है। श्री रामधाम रामायण मण्डल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष हेमंत मानसिंहका, ट्रस्टी दामोदर अग्रवाल ने बताया की ट्रस्ट की ओर से साप्ताहिक रामायण पाठ रविवार को गोपाल द्वारा में दोपहर 3:00 से 5:00 बजे तक होगा। 14 अगस्त से तुलसीदास जयंती पर अखंड रामायण पाठ हेतु भक्तजन दो-दो घंटे का समय देंगे। इसके लिए सम्पर्क जारी है। राधेश्याम जागा के सानिध्य में पाठ होगा जो करीब 20 घंटे तक चलेगा। ट्रस्ट के बंशीलाल सोडानी ने बताया कि प्रवचनों का प्रतिदिन सुबह 9 से 10 बजे तक फेसबूक व यूटयूब पर लाइव प्रसारण हो रहा है। वीणा मानसिंहका ने बताया कि वेदांत पर स्वाध्याय प्रतिदिन शाम 4:00 बजे  हो रहा है।  कार्यक्रम में माहेश्वरी समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी देवकरण गगड़ ने संत श्री का आर्शीवाद लिया। रामधाम में प्रतिदिन सुबह 6:00 से 7:00 तक योगाचार्य उमाशंकर के सानिध्य में योग कक्षा लग रही है। शिविर में योग से रोग दूर भगाने के नुस्खे बताए जा रहे हैं। 

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना