नोबल इंटरनेशनल स्कूल द्वारा वैश्विक शांति हेतु किया हिरोशिमा दिवस का आयोजन


भीलवाड़ा (हलचल) । कोरोना महामारी से उपजे इस वैश्विक संकट ने दुनिया में सभी को अनायास ही स्थिर कर दिया है। लेकिन नोबल इंटरनेशनल स्कूल भीलवाड़ा जो कि सदैव ही संघर्ष का पर्याय रहा है, ने अपनी विधाओं को विराम नहीं दिया है। इसी परम्परा को सुचारू रखने के लिए विद्यालय द्वारा संचालित शैक्षिक एवम सहशैक्षिक गतिविधियां ऑनलाइन माध्यम के साथ अनवरत रूप से संचालित की जा रही हैं। 
इसी क्रम में आज नोबल इंटरनेशनल स्कूल भीलवाड़ा द्वारा "हिरोशिमा दिवस" का आयोजन  ऑनलाइन माध्यम से किया गया। आज ही के दिन 1945 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने हिरोशिमा पर एक छोटा परमाणु बम गिराया था। इसी वजह से आज का दिन परमाणु बम के विनाशकारी प्रभावों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और राष्ट्रों के बीच शांति की राजनीति को बढ़ावा देने के लिए हिरोशिमा दिवस के रूप में याद किया जाता है।  
आज के कार्यक्रम में उपस्थित हमारे अतिथि वक्ता डॉ नम्रता रौत जो कि टेक्सास महिला विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर विज्ञान शोधकर्ता हैं, ने विषयगत जानकारी को बड़े ही सुंदर तरीके से सभी के साथ  साझा किया। 
विद्यालय के संचालक हर्षवर्धन सिंह राठौड़ ने आगंतुक अतिथि को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बच्चों को भविष्य पटल पर इसी तरह से जागरूक रहने की अपील की। 
कार्यक्रम के अंत मे डिप्टी डायरेक्टर मैडम अलोका साहू एवम प्रधानाचार्य संजीव पाराशर ने डॉ नम्रता रौत एवम उपस्थित समस्त नोबल स्टाफ और बच्चों को साधुवाद देते हुए आभार व्यक्त किया।

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