मंगरोप में भाईदूज का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया

 

 मंगरोप मुकेश खटीक.

भाई बहन के अटूट बंधन के प्रतीक का त्यौहार भाई दूज दीपावली के बाद मनाया जाता है।भाईदूज और रक्षा बन्धन ही एक ऐसा त्योहार है जिसमे बहने अपने भाई पर अधिकार जमाती है और उपहार लेती है।
वैसे तो भाई दूज का त्यौहार भी रक्षा बंधन से ही जुडा हुआ त्योहार माना जाता है यह त्यौहार भी भाई बहन के प्रति स्नेह को अभिव्यक्त करता है।अलग अलग क्षेत्रों में भाईदूज को भैय्यादूज,भाईटिका,भ्रातबिभिया आदि के नामों से भी जाना जाता है।ईस दिन बहने अपने भाई की लम्बी उम्र की दुआ करती है कथा और सम्पूर्ण विधि विधान से व्रत करके भाई के ललाट पर तिलक लगाकर मांगलिक खिलाकर भाई द्वारा उपहार स्वरूप भेंट लेती है।
दूर दराज नौकरी पेशे में व्यस्त भाइयों व बॉर्डर पर देश की सुरक्षा के लिए तैनात भाइयों के लिए बहनों ने वीडियो कॉल के माध्यम से व्रत सम्पन्न किया।
ईस त्यौहार पर बहनों ने अपने भाइयों से एक प्रतिज्ञा भी ली की जिस तरह वह उनकी बहन है उसी तरह हर लड़कियों को बहन की तरह सम्मान की नजर से देखें।


 

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