प्रियंका ने गेस्ट हाउस में लगाया झाड़ू मचा बवाल

 


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने जिस झाड़ू से गेस्ट हाउस के अपने कमरे में सफाई की थी, वह उनके स्टाफ ने उपलब्ध करायी थी। प्रियंका के झाड़ू मांगने पर स्टाफ ने गेस्ट हाउस के एक कर्मचारी से ली थी। अफसरों का मानना है कि प्रियंका का झाड़ू लगाते वीडियो उनके पीएसओ ने बनाया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद से हंगामा मचा हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद अफसरों ने भी इस बात की जांच शुरू कर दी है कि गेस्ट हाउस में किन परिस्थितियों में किसने प्रियंका तक झाड़ू पहुंचायी। वह भी तब जब उनके वहां लाने से पहले ही एसी लगे इस कमरे को पूरी तरह से साफ किया जा चुका था। यह सवाल भी उठा कि वीवीआईपी प्रोटोकॉल पूरा करने के बाद कमरे में धूल कहां से आ गई।

सेनानायक बोले-स्टाफ ने मांगी थी झाड़ू

द्वितीय वाहिनी पीएसी के सेनानायक यादवेन्द्र सिंह ने बताया कि प्रियंका गांधी के स्टाफ ने झाड़ू मांगी थी। कहा था कि मैडम को सफाई करनी है। इस पर वहां के कर्मचारी ने उसे झाड़ू दे दी थी। इसके बाद ही वीडियो वायरल हुआ। अब तक की जांच में फिलहाल यही बात सामने आयी है

प्रियंका के पहुंचने से पहले सफाई हुई, पोछा भी लगा

 पीएसी परिसर में बने इस गेस्ट हाउस में चार कमरे हैं। सफाई के लिये दो स्वीपर तैनात रहते हैं। ये लोग रोजाना यहां सफाई करते हैं। एक फालोअर के अलावा सफाई व्यवस्था की मॉनीटरिंग के लिए दीवान तैनात है। कमरे चाहे जितने दिन बंद रहें पर झाड़ू-पोछा रोज किया जाता है। जिस कमरे में प्रियंका गांधी को रोका गया था, वहां भी उनके पहुंचने से पहले ही स्वीपर ने सफाई की थी और पोछा भी लगाया था। सेनानायक का कहना है कि मुख्य गेट से अंदर तक भी रोजाना सफाई की जाती है।

प्रोटोकाल का किया गया अनुपालन

एसडीएम सदर प्यारेलाल मौर्य का कहना है कि वीवीआईपी के प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया गया है। प्रोटोकॉल के तहत ही जहां वीवीआईपी को रखा जाता है, वहां सफाई के साथ ही जलपान, बिजली और खाने की व्यवस्था की जाती है। डॉक्टर से भी सम्पर्क रखा जाता है। पीएसी के इस गेस्ट हाउस में यह सारी सुविधायें मौजूद हैं। वहीं सीतापुर के एसपी आरपी सिंह का कहना है कि गेस्ट हाउस में सुरक्षा से लेकर हर तरह की सुविधा थी।

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