84 वर्षीया रिटायर्ड जोइंट डायरेक्टर को भांजे ने कैदियों की तरह घर में किया नजर बंद, छोड़े तीन कुत्ते, वसीयत भी करवा ली नाम, पीडि़ता ने एसपी से लगाई न्याय की गुहार
भीलवाड़ा विजय गढ़वाल। शिक्षा विभाग से रिटायर्ड जोइंट डायरेक्टर मोहनी राव को कैदियों की भांति न केवल घर में न केवल नजर बंद कर दिया गया, बल्कि वे, घर से बाहर नहीं जा सके, इसके लिए तीन कुत्ते भी घर में पाल रखे हैं। 84 वर्षीया राव की दर्द की यह दास्तां यहीं खत्म नहीं हो जाती है। उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया जाता है साथ ही खाने-पीने तक को कुछ नहीं दिया जाता। उनकी संपत्ति की वसीयत तक अपने नाम करवा ली गई। यह कृत्य किसी और न नहीं, बल्कि खुद उनके ही भांजे ने किया है। राव ने यह पीड़ा सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा के समक्ष लिखित में बयां करते हुये अपने भांजे को पाबंद कराने की गुहार लगाई है। |
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