26 साल पहले लगाया हॉकी का पौधा आज राजस्थान में परचम लहरा रहा, ग्रामीण ओलंपिक में रही उपविजेता खेल उपकरणों की कमी के बाद नियमित अभ्यास

 


सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- राजस्थान सरकार द्वारा आयोजित किए गए राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल में जयपुर में आयोजित हुए राज्य स्तरीय ग्रामीण ओलंपिक प्रतियोगिता में उपविजेता रही सवाईपुर की टीम का यह पौधा आज से करीब 26 साल पूर्व शारीरिक शिक्षक जगदीश चंद्र श्रोत्रिय के द्वारा लगाया गया, जो आज बड़ा होकर सवाईपुर सहित भीलवाड़ा जिले का नाम राजस्थान में रोशन किया | जिसे जिले भर के हॉकी खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों में हर्ष का माहौल है, राज्य स्तरीय राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल में भीलवाड़ा को एकमात्र मेडल हॉकी की टीम भीलवाड़ा जिले का प्रतिनिधित्व कर रही सवाईपुर ने दिलाया | उपविजेता सवाईपुर गुरुवार देर शाम को सवाईपुर पहुंची, जहां आज शुक्रवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में उप विजेता टीम के खिलाड़ियों व स्टाफ का सम्मान किया गया | इससे पूर्व जीण माता मंदिर परिसर से उपविजेता टीम का भव्य जुलूस निकाला गया, जो मुख्य चौराहे से होते हुए, विभिन्न मार्गो से होकर गुजरा, जिस दौरान जगह-जगह पर ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर खिलाड़ियों का स्वागत सत्कार किया | टीम के साथ गए टीम प्रभारी के रूप में शारीरिक शिक्षक सूर्यपाल विश्वकर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बड़ला का ग्रामीणों व खेल प्रेमी ने आभार व्यक्त किया, टीम उनके मार्गदर्शन में इस प्रतियोगिता में उपविजेता बनकर लौटी | जिस दौरान मांडलगढ़ पूर्व विधायक विवेक धाकड़, प्रधान करण सिंह बेलवा, सवाईपुर सरपंच महावीर सुवालका, बड़ला सरपचं शिवराज जाट, पंचायत समिति सदस्य बनवारी शर्मा, पुर्व सरपचं अमर चंद्र गाड़री, बद्रीलाल जाट भारतीय किसान संघ प्रेदेश उपाध्यक्ष, किसान , माया कांत शर्मा शारीरिक शिक्षक सुवाणा, रोशन लाल शारिरिक शिक्षक देवपुरा, अनिल उपाध्याय आदि कई उपस्थित थे | मंच का संचालन देवराज जाट ने किया | सरपचं महावीर सुवालका ने 21 हजार व जगदीश सुवालका ने 5100 तथा बनवारी शर्मा ने सभी खिलाड़ियों को हॉकी भेंट की और भी भामाशाहों ने पारितोषिक स्वरूप राशि भेंट कर खिलाडियों का उत्साह वर्धन किया | सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक जगदीश चंद्र श्रोत्रिय ने उपस्थित अतिथियों से खेल मैदान को सही करवाने, टर्फ लगाने, खेल मैदान में शौचालय बनाने, खिलाड़ियों के बैठने की व्यवस्था व चेंजिंग रूम बनाने की मांग की | प्रधान करण सिंह बेलवा ने अतिशीघ्र टर्फ लगाने का आश्वासन दिया | वहीं सरपंच महावीर सुवालका ने विभिन्न मूलभूत सुविधाओं का अतिशीघ्र पुरी करने की बात कही ||

 

पोस्टिंग के दो महा बाद ही करवाया प्रतियोगिता का आयोजन

सवाईपुर कस्बे में राष्ट्रीय खेल हॉकी की शुरुआत 22 वर्ष पूर्व 1996 में ज्ञानगढ़ स्थानांतरण होकर आए सवाईपुर निवासी सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक जगदीश चंद्र श्रोत्रिय ने की | सेवानिवृत्त शारीरिक शिक्षक श्रोत्रिय ने कहा कि जून 1996 में स्थानांतरण होकर यहां आए और दो माह बाद ही अगस्त माह में सवाईपुर में पहली बार नेहरू हॉकी प्रतियोगिता का आयोजन करवाया | इसके जुलाई 2015 में सवाईपुर से गेगा का खेड़ा विद्यालय में स्थानांतरण हुआ | गेगा का खेड़ा विद्यालय में भी हॉकी खेल की शुरुआत की ||

 

खेल उपकरणों की कमी फिर भी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर चयन

हॉकी के गांव के नाम से मशहूर सवाईपुर से कई खिलाड़ी चयन होकर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व कर चुके हैं | ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण यहां के खिलाड़ियों को खेल उपकरणों की कमी का सामना करना पड़ा है, इसके बावजूद भी यहां के खिलाड़ी कड़ी मेहनत, प्रतिदिन अभ्यास के चलते राज्य में अपना परचम फहरा रहे हैं | यहां विद्यालय के मेजर ध्यानचंद हॉकी खेल मैदान में वर्ष भर छात्र-छात्राएं हॉकी का निरंतर अभ्यास करते हैं | जिसमें प्रतिवर्ष राज्य स्तर पर कई खिलाड़ी जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं, साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर भी राजस्थान का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं | शारीरिक शिक्षक श्रोत्रिय ने बताया कि यहां से छात्रा वर्ग में शारदा गाडरी का राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ, वही छात्र वर्ग में राधेश्याम जाट, अभिषेक श्रोत्रिय, चेतन सुथार, अनुराग सुथार का चयन हो चुका है ||

 

पिता-पुत्रों की जोड़ी का रहा विशेष योगदान

 

सवाईपुर की टीम में खेल रही पिता-पुत्रों की जोड़ी ने टीम को जीत दिलाने में विशेष योगदान दिया, इस टीम में स्थानीय कोच की भूमिका देने वाले ओम प्रकाश सुथार बतौर खिलाडी के रूप में इस टीम का हिस्सा बनें व उनके साथ ही उनकी पुत्र चेतन सुथार व अनुराग सुथार भी पिता के साथ टीम में अपनी भागीदारी निभाई | अब तक खेले गए प्रतियोगिता में ओमप्रकाश सुथार ने 2, अनुराग ने 9 गोल दागे | वहीं इसके साथ ही गोविंद गाडरी, राधेश्याम जाट सीनियर, मयंक काकरिया, राधेश्याम उर्फ मेजर ने भी गोल किए | प्रतियोगिता में गोलकीपर की भूमिका निभा रहे देवराज जाट ने भी अच्छी गोलकीपर करते हुए टीम के ऊपर हुए कई हमलो को नाकाम करते हुए टीम को जीत दिलाई ||

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