चार लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एसीबी ने निकाय अधिकारियों आचार्य और जाट को दबोचा
जालोर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बुधवार को जालोर जिले में कथित तौर पर चार लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए दो निकाय अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने कहा कि आरोपितों की पहचान भीनमाल नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी आशुतोष आचार्य और उनके कनिष्ठ सहायक जगदीश जाट के रूप में हुई है। इसलिए मांगी रिश्वतआचार्य ने शिकायतकर्ता से अपने आवासीय भूखंड पर पट्टा जारी करने के लिए रिश्वत की मांग की थी। शिकायत की जांच के बाद जाल आरोपी को रिश्वत की रकम लेते समय पकड़ा गया। 3.5 लाख रुपये के नकली नोट बरामद किए गए, जबकि 50 हजार रुपये के वैध नोट भी जब्त किए गए। आरोपितों को भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है। एसीबी ने की थी छापेमारी गौरतलब है कि अप्रैल, 2022 में पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार हुआ राजस्थान बायोफ्यूल प्राधिकरण का मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राठौड़ करीब 100 करोड़ की संपत्ति का मालिक था। राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने राठौड़ के आवास सहित अन्य ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई की थी। एसीबी की टीम को उसके जयपुर के झोटवाड़ा स्थित घर पर चार करोड़ की नकदी व जेवरात मिले हैं। नकदी गिनने के लिए देर रात मशीन मंगवाई गई थी।
जांच में हुआ ये खुलासाजांच में सामने आया कि वह करीब 100 करोड़ की सम्पति का मालिक है। सरकारें बदल गईं, लेकिन वह 13 साल से एक ही सीट पर जमा हुआ है। पूर्व भाजपा और वर्तमान कांग्रेस सरकार में ऊपर तक पहुंच के कारण राठौड़ प्राधिकरण में किसी का दखल नहीं होने देता था। राज्य के मुख्य सचिव सहित कोई भी आईएएस अधिकारी राठौड़ के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सका, जबकि उन्हें उसके कारनामों के बारे में पूरी जानकारी थी। एसीबी की गिरफ्त में आए राठौड़ के पास महंगी कारें, जयपुर सहित राज्य के प्रमुख शहरों में घर और जमीन, खानों में हिस्सेदारी के दस्तावेज मिले हैं। |
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