मोहन पान पर बिक रही थी प्रतिबंधित इलेक्ट्रोनिक सिगरेट, पुलिस की दबिश, 10 सिगरेट बरामद, एक गिरफ्तार

 

 भीलवाड़ा बीएचएन। वस्त्रनगरी भीलवाड़ा में हुक्का बार की तर्ज पर अब इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट पर कार्रवाई की जा रही है। इसी के तहत कोतवाली पुलिस ने शास्त्रीनगर में मोहन पान नामक दुकान पर दबिश देकर 10 सिगरेट जब्त कर दुकान पर मिले युवक को गिरफ्तार कर लिया। 

कोतवाली थाने के सब इंस्पेक्टर अयुब खां गश्त पर थे। पंचवटी पहुंचने पर मुखबिर से सूचना मिली कि मोहन पान की दुकान पर एक व्यक्ति इलेक्ट्रोनिक्स सिगरेट बैच रहा है। सूचना विश्वसनीय होने पर पुलिस ने शास्त्रीनगर स्थित मोहन पान की दुकान पर दबिश दी। जहां एक व्यक्ति दुकान पर बैठा मिला। पूछताछ में उसने खुद को  भारत कुमार टहलयानी 34 पुत्र  मोहनदास टहलयानी सिन्धी निवासी एच 101 कविता मार्बल के पास शास्त्रीनगर बताया। पुलिस ने  दुकान में जाकर चैक किया तो दुकान के काउन्टर के नीचे एक पैकेट इलैक्ट्रौनिक सिगरेट का मिला।  चैक करने पर इस पैकैट में 10 पीस  इलेक्ट्रोनिक सिगरेट के मिले। यह इलैक्ट्रौनिक सिगरेट मानव शरीर के लिये हानिकारक होने व इस सिगरेट को अपने कब्जे, बिक्री करने, आयात निर्यात परिवहन ,भण्डारण , विज्ञापन पर प्रतिबन्ध होने के बावजूद भारत कुमार टहलयानी से उक्त इलेक्ट्रोनिक सिगरेट अपने कब्जे मे रखने व बिक्री करने के लाईसेन्स व परमिट के बारे में पूछा तो उसने  किसी प्रकार का कोई लाईसेन्स व परमिट नहीं होना बताया । इस पर पुलिस ने इलेक्ट्रोनिक दस सिगरेट जब्त कर भारत कुमार टहलयानी को अदम अदकाल जमानत के जरिये गिरफ्तार किया गया ।  

अपराध के लिए सजा का यह है प्रावधान 
इलेक्ट्रॉनिक सिगरेटों के भंडारण के लिए भी 6 माह तक की जेल और 50 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है. पुलिस उप निरीक्षक को अध्यादेश के तहत कार्रवाई करने के लिए अधिकृत अधिकारी के रूप में निर्धारित किया गया है.
 
सितंबर 2021 में सरकार ने लगा दिया था बैंन  
18 सितंबर 2021 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश में ई सिगरेट को बैन कर दिया था। ई सिगरेट के निर्माण, इम्पोर्ट, एक्सपोर्ट, बिकरी और विज्ञापन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था।  डीसीए की माने तो एक खास तरह का निकोटीन ही स्मोकिंग के लिए सही होता है। डीसीए (ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट 1940) ने माना की ई सिगरेट में जिस प्रकार का निकोटीन है। वह स्वास्थ्य के लिए खराब हैं। इसलिए इस खतरे को देखते हुए केन्द्र सरकार ने ई सिगरेट को देश में बंद कर दिया था।  

कैसे तैयार होती है ई सिगरेट
ईएनडीएस (इलेक्ट्रोनिक निकोटीन डिलीवरी सिस्टम) यह बैटरी से चलने वाला एक उपकरण है। जो दिखने में एक बड़ी सिगरेट की तरह होता हैं। जब व्यक्ति इसे पीता है या कश लेता है तो आगे एक लाइट जलती है।इससे लगता है कि वह सच में एक सिगरेट पी रहा है। ऐसा नहीं होता। इलेक्ट्रोनिक सिगरेट में निकोटीन लिक्विड जलता नहीं हैं। वह गर्म होकर के भाप बन जाता है। जिसे सिगरेट पीने वाले निकोटीन को नहीं खींचता वह केवल भाप को खींचता है। 

तीन हिस्सों से बनकर तैयार होती है
 ई सिगरेट में तीन मुख्य भाग होते हैं पहला और मैन भाग होता है। चार्जेबल लीथियम बैट्री, दूसरा भाग निकोटीन कारटेज और तीसरा हिस्सा होता है वासपीकरण चैम्बर। इन तीन भागों से बनकर तैयार होती है ई सिगरेट।

 

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