पैसों की तंगी से परेशान हैं तो करें घर के मुख्य दरवाजे से जुड़े ये 4 आसान उपाय

 

 वास्तु शास्त्र (Vastu Tips) के अनुसार घर का मुख्य दरवाजा बहुत ही खास होता है, क्योंकि इसी के माध्यम से पॉजिटिव और निगेटिव एनर्जी घर में प्रवेश करती है। अगर इस स्थान पर कोई दोष हो तो इसका असर परिवार के हर सदस्य पर पड़ता है और यदि ये स्थान दोषरहित हो तो पूरे परिवार को इससे संबंधित शुभ फल मिलते हैं। वास्तु शास्त्र (vastu Tips) में घर और धन से जुड़ी हुई कई परेशानियों के उपाय बताए गए हैं। इन वास्तु उपायों में घर के मुख्य द्वार से जुड़ी है जिसे करने से आपके घर पर सुख और शांति आती है। ये हैं वो आसान उपाय… 

मुख्य द्वार पर लगाएं बंदनवार
अगर आपके परिवार में लगातार धन से संबंधित कोई न कोई परेशानी चलती है तो घर के मुख्य द्वार पर बंदनवार बांधना चाहिए। मान्यता है कि जिन घरों के मुख्य द्वार पर बंदनवार होता है। वहां पर मां लक्ष्मी सौभाग्य का आशीर्वाद प्रदान करती हैं। बंदनवार में आम या अशोक के पत्तों का प्रयोग करना चाहिए।

मुख्य दरवाजे पर लगाएं सूर्य यंत्र
सूर्य से सभी प्राणियों को ऊर्जा और भोजन प्राप्त होता है। सूर्य को सभी ग्रहों का राजा कहा गया है। सूर्य आत्मा के कारक ग्रह भी है। ऐसे मे सूर्य से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन प्रणाम और जल अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा मुख्य द्वार पर सूर्य यंत्र भी स्थपित करें ताकि घर पर नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश न कर सके और आपके परिवार में सुख समृद्धि का वास बना रहें।

 

मुख्य दरवाजे के सामने लगाएं तुलसी का पौधा
वास्तु के अनुसार घर के मुख्य द्वार के सामने तुलसी का पौधा लगाने से घर में सुख समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बना रहता है। घर पर तुलसी का पौधा लगाने से उस घर में रहने वाले सदस्यों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहती है।

स्वस्तिक बनाएं
अगर घर के किसी कोने में वास्तु दोष है तो इसका प्रभाव वहां पर रहने वाले सभी सदस्यों पर पड़ता है। घर पर वास्तु दोष होने पर परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होता। वास्तु शास्त्र में घर से वास्तुदोष को दूर करने के लिए घर के मुख्य द्वार पर लाल रंग से स्वास्तिक का निशान बनाना चाहिए। इसके अलावा घर के दरवाजे के दोनों तरफ शुभ-लाभ भी लिख देना चाहिए।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

डॉक्टरों ने ऑपरेशन के जरिये कटा हुआ हाथ जोड़ा