पितरों को प्रसन्न करने के लिए करें श्राद्ध और पिंडदान, पितृपक्ष में भूल से भी न करें ये काम
पितृपक्ष शुरू हो चुका है. पितृपक्ष 6 अक्टूबर तक रहेगा. पितृपक्ष में पितरों के श्राद्ध और तर्पण करने पर उनकी आत्मा की शांति मिलती है. इसीलिए पितृपक्ष में तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, पितर देव स्वर्गलोक से धरती लोक अपने परिजनों से मिलने पितृपक्ष में आते हैं. जो व्यक्ति पितरों का तर्पण या श्राद्ध नहीं करता, उसे पितृदोष का सामना करना पड़ता है. यह दोष जीवन में कई तरह की मुश्किलों को खड़ा करता है. इसलिए पितरों को प्रसन्न करने के लिए पितृपक्ष में कुछ कामों को करने की मनाही होती है. आइए जानते है ज्योतिष एवं रत्न विशेषज्ञ संजीत कुमार मिश्रा से कि पितृपक्ष में कौन से काम नहीं करनी चाहिए...
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