अन्तर्मन के कषायों को मिटाने के लिए आता है पर्युषण पर्व- साध्वी आनन्दप्रभा

 


 आसींद हलचल।अन्तर्मन के कषायों को मिटाने के लिए पर्युषण पर्व आता है। आठ दिवसीय इस पर्व में हम सभी सांसारिक कार्यो से मुक्त होकर आध्यात्मिक जीवन जीने की और अग्रसर रहते है। यह पर्व आडम्बर रहित होता है, आत्मा को जागृत करने का यह एक सुनहरा अवसर आता है जिसका हम साल भर से इंतजार करते है।पर्युषण पर्व मन की दरारों को पाटने एवं वर्ष भर में किये गए पापों को धोने का पर्व  है। उक्त विचार तपाचार्य साध्वी जयमाला की सुशिष्या साध्वी आनन्दप्रभा प्रभा ने धर्मसभा में व्यक्त किये।

           साध्वी ने कहा कि दो तरह के पर्व होते है एक लौकिक पर्व जो हमे बाह्य रूप से सुख देने वाला होता है, दूसरा लोकोत्तर पर्व जो हमे आत्मा से जोड़कर आध्यात्मिक की और ले जाता है जिसका हम लंबे समय से इंतजार करते है वो है पर्युषण पर्व। इन 8  दिनों में क्रोध , मान ,माया ,लोभ को त्यागकर तप, स्वाध्याय, प्रतिक्रमण करके अपनी आत्मा को जगाना है। हमने जाने अनजाने में अगर किसी का दिल दुखाया हो या उसके प्रति कोई गलत भावना रही हो तो हमे उनसे मिच्छामि दुक्कड़म करना है।

             साध्वी चंदनबाला ने कहा कि यह पर्व किसी जाति, सम्प्रदाय या धर्म का नही है जो श्रद्धा से इसको मनाता है उसका त्यौहार है यह पर्युषण पर्व।  ह्रदय शुद्धि और आध्यात्मिक शुद्धि के लिए हर व्यक्ति को इस अनुष्ठान से जुड़ना चाहिए। कर्मो का अंत करने के लिए हम अंतगडदसांग सूत्र का वाचन करते है।

         साध्वी विनीतरूप प्रज्ञा ने कहा कि पर्युषण पर्व के दौरान तपस्या के साथ साथ कर्मो को कमजोर करना है। हमारे भीतर सरलता और परोपकार के भाव होने चाहिए जब तक यह दोनों नही होंगे तब तक कर्मो की निर्जरा नही हो सकेगी। साध्वी डॉ चंद्रप्रभा के  52 वे जन्मोत्सव पर सभी ने शुभकामनाएं देते हुए तप और त्याग के प्रत्याख्यान लिए। धर्मसभा मे निकिता जैन, मिनल जैन, दिव्यम कोठारी, कन्यामण्डल ने अपनी गीतिका प्रस्तुत की। संघ के सहमंत्री सुरेन्द्र संचेती ने बताया कि हर रविवार को आयोजित  होने वाले नवकार महामन्त्र के सामूहिक जाप की 28 वी कड़ी 5 सितम्बर रविवार को 8.30 बजे महावीर भवन में आयोजित होगी। जाप के पश्चात भाग्यशाली विजेता का कूपन के  माध्यम से चयन कर उन्हें संघ द्वारा सम्मानित किया जाएगा। पर्युषण पर्व के दौरान अखण्ड नवकार महामन्त्र का जाप आज प्रातः 7 बजे से ही शुरू कर दिया है। संघ के अध्यक्ष चन्द्र सिंह चौधरी, मंत्री देवी लाल पीपाड़ा ने बाहर से आने वाले  सभी आगन्तुको का शब्दो से स्वागत किया।

 

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