गोखरू दम्पति ने लिया देहदान का संकल्प

 


 

भीलवाड़ा (हलचल- हनुमान सिंह)/ मरणोपरांत यदि किसी का शरीर किसी की साँसों को आगे बढ़ाने अथवा डॉक्टर्स बनने की पढाई करने वाले स्टूडेंट्स के प्रशिक्षण हेतु काम आये तो मृत आत्मा व उनके परिजनों के लिए यह गौरव का विषय है। 

जानकारी के अनुसार श्याम विहार निवासी सज्जन सिंह गोखरू ने अपनी पत्नी मनोरमा गोखरू सँग देहदान का संकल्प लिया है। जिसका पंजीकरण शरीर रचना (एनाटॉमी) विज्ञान विभाग, आर. वी. आर. एस. मेडिकल कॉलेज, भीलवाड़ा में 22 सितम्बर 2021 को संपन्न हो चुका है। मूलत: निम्बाहेड़ा के रहने वाले 76 वर्षीय गोखरू ने चित्तौडगढ़ कलेक्ट्रेट  के राजस्व विभाग में 38 वर्ष अपनी सेवाएँ प्रदान की और सन 2003 में सेवानिवृत्त होकर भीलवाड़ा में अपने पुत्र संग रहने लगे। यहाँ इन्होंने नौ वर्ष धारीवाल स्टील, तीन वर्ष शारदा ग्रुप में सेवायें दी। 

गोखरू बताते हैं कि मरने के बाद नश्वर शरीर यदि किसी के काम आए तो यह अच्छी बात है। पुण्य के इस कार्य से चिकित्सा जगत को अवश्य लाभ होगा। गोखरू की इसी सोच से प्रेरणा लेकर उनकी धर्मपत्नी ने भी अपनी देहदान का संकल्प लिया।

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