त्योहारों की भीड़ से बढ़ी तीसरी लहर की आशंका, सितंबर-अक्तूबर में जश्न मनाना हो सकता है घातक
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका के बीच विशेषज्ञों ने देश में अगले दो महीने के दौरान त्योहारों व अन्य अवसर पर लोगों के जुटने को लेकर चेताया है। इस दौरान सामाजिक दूरी का पालन और बाजारों में भीड़ जुटने से संक्रमण का खतरा पैदा होने की संभावना है। स्थानीय स्तर पर हजारों लोगों की भीड़ जुटने से परिवार, रिश्तेदार, दोस्त और पड़ोसी कोई भी अछूता नहीं रह सकता है। इस दौरान घेरलू काम करने वालों की आवाजाही हो सकती है। सेवा प्रदाता की भी घर में दस्तक संभव है, जिससे आवाजाही पर लगी ‘पाबंदी’ खत्म हो सकती है। इस तरह की गतिविधियां कोरोना की दूसरी लहर के दौरान यानी अप्रैल-जून 2021 में टाल दी गई थीं। अगले दो महीनों के दौरान लोगों के घरों से निकलने और त्योहार या अन्य जश्न वाले कार्यक्रम मनाने को लेकर बड़े पैमान पर लोगों और परिजनों के बीच सर्वे किया गया। देश में इसी हफ्ते गणेश पूजा के साथ त्योहारों का सीजन शुरू होने वाला है। गणेश चतुर्थी के बाद दुर्गा पूजा, नवरात्रि, दशहरा और दिवाली पर्व मनाए जाएंगे। लोगों के एक-दूसरे के साथ मिलने या जुटने से इसी समय तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसी आशंका के बीच लोगों से घरों से निकलने और भीड़ में शामिल होने से लेकर त्योहार मनाने या लोगों के बुलाने समेत कई सवाल और आशंकाओं के बीच सर्वे किया गया। लोकल सर्किल्स के सर्वे में 27000 लोगों की राय ली गई और 12000 से अधिक भारतीय परिवारों को शामिल किया गया। यह सर्वे देशभर के 312 जिलों में किया गया। 80 फीसदी भारतीय एक से दूसरी जगह जाएंगे 59 फीसदी परिजनों, दोस्तों से मिलने को निकलेंगे |
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