करनाल किसान महापंचायत में राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव भी पहुंचे, हथियार लेकर आए लोगों को चढ़ूनी की चेतावनी

 


करनाल,। दिल्‍ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर करनाल के बसताड़ा टोल प्‍लाजा पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज के विरोध में किसानों की महापंचायत शुरू हो गई है। महापंचायत में गुरनाम सिंह चढ़ूनी के अलावा राकेश टिकैत और योगेंद्र यादव भी पहुंच गए। 

योगेंद्र यादव ने कहा, सरकार के आदेश के बाद करनाल डीसी ने प्रेसवार्ता करके इंटरनेट बंद करने और किसानों को आने से रोकने के लिए कहा गया था। संयुक्‍त किसान मोर्चा ने इसे एक चुनौती के तौर पर लिया। शाम को ही इस बारे में शीर्ष नेताओं ने बैठक करके मंथन किया। इसके बाद कूच किया गया। योगेंद्र यादव ने कहा, अब सरकार से पूछना चाहते हैं कि कौन सा कानून किसी का सिर फोड़ने की इजाजत देता है।

उन्‍होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि अनुशासन किसी भी सूरत में भंग नहीं होना चाहिए। ये तो सरकार की मंशा है कि अनुशासन भंग हो और आंदोलन को भी भंग कर दिया जाए, लेकिन किसान ऐसा नहीं होने देगा। आज दिखा देंगे किसान अनुशासन प्रिय, न्‍याय प्रिय और एकता शक्ति वाला है।

चढ़ूनी ने कहा, प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया है। प्रशासन ने कहा कि लघु सचिवालय में घेराव करने से पहले एक बार बात जरूर करें। चढ़ूनी ने मंच से ही लोगों की राय मांगी। उन्‍होंने कहा कि कूच करना चाहिए या नहीं। कुछ लोगों ने समर्थन किया तो कुछ लोगों ने इसे नकारा। वहीं चढ़ूनी ने वार्ता की बात की तो सभी ने समर्थन किया। प्रशासन ने 11 सदस्‍यीय कमेटी को वार्ता के लिए जिला लघु सचिवालय बुलाया है।

  ये कमेटी करेगी प्रशासन से बातचीत

करनाल प्रशासन द्वारा मीटिंग की पेशकश पर किसान संयुक्त मोर्चा की ओर से राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, गुरनाम सिंह चढूनी, डा. दर्शनपाल, राम पाल चहल, अजय राणा, सुखविंद्र सिंह, विकास सिसर, योगेंद्र यादव, कामरेड इंद्रजीत सिंह, सुरेश गोत को कमेटी में शामिल किया गया है।

हथियार लेकर आए हमारे दुश्‍मन

चढ़ूनी ने कहा, सूचना मिली है कि हमारे बीच कुछ लोग हथियार लेकर आए हैं। ये गलत है। अगर ऐसा है तो तुंरत उनकी पहचान करके मंच में लाया जाए। जो हथियार लेकर आए हैं। वो हमारे दुश्‍मन हैं। हमें वार नहीं करना है, शांतिपूर्ण ढ़ंग से बात रखनी है।

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