भारतीय ट्रेड केंद्र सीटू ने कि‍या प्रधानमंत्री का पुतला दहन

 

भीलवाड़ा ।
केंद्रीय श्रम संगठनों के दो दिवसीय हड़ताल एवं प्रदर्शन को लेकर भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र सीटू के प्रांतीय प्रतिनिधि ओमप्रकाश देवासी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रधानमंत्री का पुतला दहन किया गया और राष्ट्रपति के नाम महंगाई व श्रम कानूनों के बदलाव निजीकरण आदि मांगों को लेकर श्रमिकों ने जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
प्रान्तीय प्रतिनिधी ओमप्रकाश देवानी ने बताया कि ज्ञापन में मजदूर विरोधी चार श्रम संहिताओं (चार लेबर कोड) को समाप्त करना, सरकारी सम्पतियों के हर किस्म के निजीकरण पर रोक लगाओ और एनएमपी (नई पेंशन योजना) को समाप्त करना,  कृषि कानूनों के निरस्त होने के बाद के संयुक्त किसान मोर्चा के 6 सूत्रीय मांग-पत्र को स्वीकार करना, कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी दी जाए, योजना कर्मियों सहित सभी के लिए न्यूनतम वेतन रूपये 26000 प्रतिमाह हो, सभी को रोजगार की गारंटी दो, बेरोजगारों को प्रतिमाह 5000/- रूपये भत्ता दिया जाये,  मनरेगा में 200 दिन का काम व 600/-रूपये प्रतिदिन मजदूरी दी जाये। शहरी बेराजगारों के लिए भी इस योजना का दायरा बढ़ाया जाए, पेट्रोल, डीजल व गैस के बढ़ते दामों व बढ़ती महंगाई पर रोक लगाओ, पेट्रोलियम उत्पादों पर केन्द्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती करो,  ठेकाकर्मियों, योजनाकर्मियों को परमानेट करो तथा स्थाई सुविधा दो और सभी को समान काम के लिए समान वेतन भुगतान करो, सभी वृद्धजनों, विधवा महिलाओं को तथा दिव्यांग जनों को पेंशन में पर्याप्त बढ़ोतरी कर 5000/-प्रतिमाह पेंशन दी जाए,  मजदूर आंदोलन में पुलिस-प्रशासन का हस्तक्षोप बंद करो,  निर्माण श्रमिकों की पेंशन लागू की जाए व अन्य मांगों को तुरन्त प्रभाव से लागू करे को मांगांे को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।
                 इस दौरान जिला बिल्डिंग वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष रतनलाल मोहम्मद सलीम इंदिरा वैष्णव सीमा कवर अब्दुल हकीम सोनू माली मुकेश प्रजापत राजेश रवि प्रसाद ओमेंद्र सिंह रामनारायण धनराज तेली मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के प्रतिनिधि रामेश्वर लाल जी कई श्रमिक कौन है देश में बढ़ रहा है स्वयं विरोधी कानूनों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और निम्न मांगों को लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया।

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