नरेगा मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम में भ्रष्टाचार

 


जबरकिया (भेरू लाल गुर्जर) । आसींद क्षेत्र में  महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना यानी मनरेगा केंद्र की  महत्वाकांक्षी योजना है, जो मजदूरों के पलायन रोकने, रोजगार सृजन करने व पर्यावरण संरक्षण को लेकर चलाई गई है और साथ ही राजस्थान सरकार ने मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करने के लिए अधिकारी को सख्त निर्देश दिए गए हैं । एक तरफ केंद्र सरकार ने नरेगा में हो रहे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (MMS) को लागू करने के निर्देश दिए जा रहे हैं  लेकिन, एक ऐसा ही मामला देखा जाए यह भीलवाड़ा जिले के आसींद पंचायत समिति के मोतीपुर पंचायत के जबरकिया गांव में मनरेगा योजना में फर्जीवाड़ा , सरपंच सचिव की मिलीभगत से चलया जा रही है। जिस पर कई लोग गांव से 50/ 60 किलोमीटर दूर है उनका भी मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत हाजिरी भरी जा रहे हैं और उनके खाते में पैसे डाल रहे हैं तो फिर सरकार किस प्रकार से मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम से भ्रष्टाचार को रोक रही है लेकिन फिर ऐसे जो गरीब परिवार है उनको क्यों पूरा दिन नरेगा में बिठाया जाता है यही नि‍यम सभी के लिए होना चाहिए इसी को लेकर और भी भागचंद पिता कन्हैयालाल रेगर के खेत पर मेड़बंदी पौधा तालाब मिट्टी पशु आश्रय पानी का टांका का कार्य का पैसा उठा लिया गया है । उनके अभी तक खेत पर एक भी कार्य नहीं हुआ है यहां कई योजनाएं में बिना काम के ही राशि निकाल लेने का मामला आया है। जिस योजना की स्वीकृति दे काम कराई गई है, वह योजना धरातल पर ढूढ़ने से नहीं मिल रहा है। इस पर प्रशासन कानूनी कार्रवाई करें । 

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