बालिका माध्यमिक विद्यालय में हुआ वार्षिकोत्सव व विदाई समारोह

 


 

भीलवाड़ा । राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय धनोप में वार्षिकोत्सव एवं कक्षा 10 की छात्राओं का विदाई समारोह मनाया गया। प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश खटीक के सानिध्य में मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच रिंकू देवी वैष्णव ने की। मुख्य अतिथि महावीर प्रसाद पालडेचा थे, विशिष्ट अतिथि स्थानीय प्रधानाचार्य भंवर लाल बलाई, आलोक प्रजापत, उपसरपंच सत्येंद्र सिंह राणावत, भाजपा मंडल अध्यक्ष उदय लाल सिरोठा, सो. मी. प्रभारी राजेश शर्मा, लक्ष्मण वैष्णव, शिवराज माली, मदनलाल पंडा, राजेंद्र माली, हरिराम बेरवा, रामस्वरूप कीर, चेना रेबारी, धर्मीचंद पाराशर रहे। कार्यक्रम में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की तौर पर राजस्थानी नृत्य, एकल नृत्य, योगा आदि प्रस्तुतियां दी। जिसमें सभी अतिथि भामाशाहों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली बालिकाओं को प्रत्येक कार्यक्रम में भेट के रूप में पारितोषिक इनाम दिया।

सभी अतिथियों ने बालिकाओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपने विचार व्यक्त किए साथ ही परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए उत्साहित किया और विद्यालय में अपना योगदान दिया। वार्षिक उत्सव कार्यक्रम के साथ-साथ 9वीं कक्षा की छात्राओं ने दसवीं कक्षा की छात्राओं को कार्ड द्वारा पहेलियां से उनका स्वागत सत्कार किया और उनको विदा किया। विद्यालय में अंग्रेजी के अध्यापक की पूर्ति करने वाली स्थानीय निवासी निर्मला लोढ़ा को सोल ओढ़ाकर कर सम्मानित किया गया। विद्यालय में अंग्रेजी का अध्यापक नहीं होने से लोढ़ा विगत 4 वर्ष से बालिकाओं को अध्ययन करवा रही है। जिसका भुगतान भामाशाहों द्वारा किया जाता है। इस दौरान विद्यालय स्टाफ सीताराम गर्ग, चिरंजी लाल यादव, उषा बेरवा, मुरली मनोहर आरटिया, राधा बेरवा, चांदमल बेरवा आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संपूर्ण संचालन बंसीलाल रेगर ने किया। वार्षिकोत्सव एवं विदाई समारोह में मौजूद सभी अतिथियों व बालिकाओं के लिए भोजन की व्यवस्था भामाशाह महावीर पालडेचा द्वारा की गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के साथ किया गया।

टिप्पणियाँ

समाज की हलचल

घर की छत पर किस दिशा में लगाएं ध्वज, कैसा होना चाहिए इसका रंग, किन बातों का रखें ध्यान?

समुद्र शास्त्र: शंखिनी, पद्मिनी सहित इन 5 प्रकार की होती हैं स्त्रियां, जानिए इनमें से कौन होती है भाग्यशाली

सुवालका कलाल जाति को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मांग

मैत्री भाव जगत में सब जीवों से नित्य रहे- विद्यासागर महाराज

25 किलो काजू बादाम पिस्ते अंजीर  अखरोट  किशमिश से भगवान भोलेनाथ  का किया श्रृगार

महिला से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में एक आरोपित गिरफ्तार

घर-घर में पूजी दियाड़ी, सहाड़ा के शक्तिपीठों पर विशेष पूजा अर्चना