अलर्ट: फोन पे कस्टमर केयर पर फोन लगाया, व्हाट्सएप पर आया लिंक, क्लिक करते ही खाते से उड़ गए 6565 रुपए

 


भीलवाड़ा BHN
फोन पे पर एक हजार रुपए कटने के बाद शहर के एक कपड़ा व्यापारी ने गूगल पर फोन पे का कस्टमर नंबर सर्च कर फोन किया तो कस्टमर केयर ऑफिसर के रूप में बात कर रहे ठग ने व्हाट्सएप पर लिंक भेजा। साइबर क्राइम से अनजान व्यापारी ने जब व्हाट्सएप पर भेजे गए लिंक पर क्लिक किया तो उनके पेटीएम के माध्यम से खाते से 6565 रुपए उड़ा लिए गए।
शहर में कपड़े के व्यापारी कृष्णगोपाल विजयवर्गीय ने बीएचएन को बताया कि उनके फोन पे वॉलेट से एक हजार रुपए कट गए थे। पहले भी कई बार उनके पैसे कट चुके थे। उन्होंने बताया कि उनके अकाउंट्स को उनका बेटा हेंडल करता है और वे ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के मामले में थोड़ा कम समझते हैं। उन्होंने शुक्रवार को गूगल पर फोन पे कस्टमर केयर के नंबर सर्च किए और सामने आए नंबरों पर कॉल किया। सामने वाले ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताया और समस्या पूछी। उन्होंने समस्या बताई तो उसने पहले तो बैंक खातों व फोन पे सहित पेटीएम वॉलेट में बैलेंस के बारे में पूछा। विजयवर्गीय ने बिना शक किए उसे सारी जानकारी दे दी। इस पर ठग ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके पैसे रिफंड कर दिए जाएंगे। उन्हें एक व्हाट्सएप लिंक भेजा जा रहा है जिसे ओपन करने पर वैरिफिकेशन होगा और पैसा रिफंड हो जाएगा। विजयवर्गीय ने लिंक ओपन किया तो आगे कुछ प्रोसेस नहीं हुआ और कुछ देर बाद उनके खाते से 6565 रुपए निकाले जाने का मैसेज आया। उन्होंने फिर कस्टमर केयर वाले नंबर पर फोन लगाया और पैसा डेबिट होने के बारे में बताया। इस पर ठग ने उनके खाते में पैसा रिफंड कर दिया। इससे विजयवर्गीय को उस पर भरोसा हो गया। ठग ने उन्हें फिर लिंक ओपन करने के लिए कहा और जैसे ही उन्होंने ऐसा किया फिर से 6565 रुपए डेबिट होने का मैसेज आया। इसके बाद ठग ने फोन नहीं उठाया। इस पर विजयवर्गीय को ठगी का अहसास हुआ। इतना ही नहीं, ठग ने शनिवार को फिर कॉल आया और कल डेबिट हुए रुपए रिफंड करने की बात कहते हुए बैंक खाते में 10000 रुपए क्रेडिट करवाने की सलाह देते हुए कहा कि व्हाट्सएप पर लिंक भेजा जाएगा, उसे ओपन करना है। इस पर विजयवर्गीय ने ठग को कहा कि अब उन्हें पैसे नहीं चाहिए, जितना नुकसान होना था, हो गया। विजयवर्गीय ने बताया कि उन्होंने अपने एक अन्य बैंक खाते की जानकारी ठग को नहीं दी अन्यथा वह उनको कंगाल कर देता।
सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
साइबर ठग ठगी करने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। ऐसे में कोई भी उनके जाल में आसानी से फंस जाता है। ऐसे में जरूरी है कि आप स्वयं सतर्क रहें और बैंक या फोन पे या पेटीएम बैलेंस आदि के यूजर नेम, पासवर्ड, पिन आदि की जानकारी किसी को न दें और न ही आए हुए किसी लिंक को ओपन करें। अगर कोई ऐसी जानकारी मांगें तो समझ जाएं कि आपको शिकार बनाया जा सकता है। ठगी का शिकार होने के बाद भी हताश न हों और सबसे पहले साइबर सेल को रिपोर्ट करें।     

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