VIDEO टाइगर का प्लान: गली-गली में गश्त, सिग्मा की 28 टीमें हर दिन रहती हैं सड़कों पर, इसलिए है शहर में शांति, शांति, शांति...

 


भीलवाड़ा राजकुमार माली
उदयपुर में कन्हैयालाल तेली की हत्या के बाद भीलवाड़ा में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई, इसके पीछे जिला पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू की दूर की सोच मुख्य कारण रहा है। शहर में 400 से ज्यादा पुलिसकर्मी स्थिति पर निगाह रखे हुए हैं और सांझ ढलने के साथ ही ये कमान संभाल लेते हैं।
पुलिस अधीक्षक आदर्श सिधू ने पिछले दिनों भीलवाड़ा में एक नवाचार किया है। इस नवाचार के तहत शहर के चार थानों में 28 दुपहिया वाहन गश्त में लगाए हैं। वहीं 30 से ज्यादा स्थानों पर चेकिंग प्वॉइंट बनाए हुए हैं। इसके चलते अपराधियों पर जहां अंकुश लगा है वहीं गड़बड़ी की आशंका भी लगभग खत्म हो गई है।
28 सिग्मा तैनात
शहर में कानून व्यवस्था कायम रखने और अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए शहर के चार थानों में 28 सिग्मा तैनात की गई है। प्रत्येक थाने में सात सिग्मा दुपहिया वाहन लगाए गए हैं। इन वाहनों पर एक अधिकारी व एक जवान तैनात किए गए हैं। वहीं प्रत्येक वाहन पर प्लश लाइट, माइक, सायरन लगाए गए हैं वहीं इन वाहनों को जीपीएससे भी लैस किया गया है। ताकि वाहन कहां चल रहा है, इसका पता रह सके। इन वाहनों का नियंत्रण कंट्रोल रूम से किया जा रहा है। सिग्मा पर तैनात पुलिसकर्मियों को पाबंद किया गया है कि वे अपने क्षेत्र में ही रहें और लगातार गश्त करें।
इन पर भी चौकसी
सिग्मा वाहनों पर जीपीएस से कंट्रोल रूम की निगाह रहती है वहीं इनकी रिपोर्ट आला अधिकारियों को भी भेजी जाती है। वहीं इन सिग्मा वाहनों पर प्रत्येक थाना क्षेत्र में क्रमश: एक से चार पर चेतक और पांच से सात नंबर की सिग्मा पर एक अन्य मोबाइल वाहन की निगाह रहती है और कोई भी मामला होने पर इन वाहनों के वहां पहुंचने की व्यवस्था की गई है। वहीं इन वाहनों पर थानाप्रभारी की नजर रहती है और इन सब पर उप अधीक्षक लेवल के सुपरवाइजर अधिकारी भी तैनात किए गए हैं।
संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त मोबाइल गश्त
भीलवाड़ा शहर के संवोदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त मोबाइल गश्त भी लगाई गई है। सुभाषनगर थाना क्षेत्र में सांगानेर के रावला चौक, टेंपो स्टैंड, सांगानेरी गेट (नेहरू रोड), कोतवाली क्षेत्र में सोलंकी टाकीज, प्रताप नगर क्षेत्र में गांधी नगर में मोबाइल गश्त शुरू की गई है।
6 से 11 बजे तक तैनाती
सिग्मा टीमों की तैनाती शहर में शाम 6 से रात 11 बजे तक रहती है। इस दौरान टीमें गश्त कर स्थिति पर निगाह रखती हैं।

चेकिंग प्वॉइंट भी
शहर में शाम के समय बड़ला चौराहा, गंगापुर चौराहा सहित विभिन्न स्थानों पर चेकिंग प्वॉइंट भी बनाए गए हैं जहां वाहनों पर निगाह रखी जाती है। भीलवाड़ा में कोरोना के बाद पुलिसकर्मी कोरोना की ड्यूटी में ढल गए थे जिन्हें फिर पुलिसिंग के प्रति जवाबदार बनाने का प्रयास किया गया और इसके लिए पुलिस अधीक्षक ने टीमवर्क कर यह नवाचार किया है। इस नवाचार की रूपरेखा पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्येष्ठा मैत्रेयी की देख रेख में उप पुलिस अधीक्षक राहुल जोशी ने तैयार की है। यहीं वजह है कि भीलवाड़ा में करीब 400 पुलिसकर्मियों द्वारा लगातार चौकसी रखे जाने के चलते उदयपुर की घटना के बाद भीलवाड़ा में शांति रही है और किसी भी तरह की कोई गड़बड़ नहीं हुई।    


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