मानवता बचाने के लिए कोरोना वैक्सीन पेटेंट मुक्त हो

 


 

मांडल (हलचल)

शिक्षक समाज की धुरी है अतः कोरोना महामारी में प्रत्येक शिक्षक सामाजिक सरोकारों के तहत ग्रामीण परिवारों तक पहुंच रहा है। उन्हें संबल प्रदान कर रहा है। अतः मेरा गांव मेरी जिम्मेदारी के तहत शिक्षक बच्चों व उनके अभिभावकों को कोरोना वायरस वैक्सीनेशन हेतु जागरूक करें। उक्त वाक्य शुक्रवार को दिन में 

शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा मांडल व करेड़ा की वर्चुअल मीटिंग में राज कुमार चतुर्वेदी अखिल भारतीय विचार विभाग सह प्रमुख स्वदेशी जागरण मंच ने शिक्षकों की वर्चुअल मीटिंग में व्यक्त किए । उन्होंने अखिल भारतीय सह प्रमुख स्वदेशी जागरण मंच कोविड-19 महामारी का बचाव वैक्सीन ही है। एक ओर केंद्र व राज्य सरकार प्रत्येक नागरिक के वैक्सीनेशन के लिए प्रयासरत है, साथ ही देश में वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता भी है पर पेटेंट के चक्कर में वैक्सीन की पर्याप्त उपलब्धता नहीं हो रही है ।अतः शिक्षक भी वैक्सीन के पेटेंट मुक्त अभियान में शामिल हो । प्रांत कार्यवाह डॉक्टर शंकर लाल माली ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्कार युक्त शिक्षा प्रदान करने मानव जीवन को इस कोरोना वायरस से बचाने में शिक्षकों की अहम भूमिका निभाने पर बल दिया। जिला उपाध्यक्ष रमेश चंद्र बलाई ने वर्चुअल बैठक की शुरुआत गायत्री मंत्र व कल्याण मंत्र से की ।इसके पश्चात राजेंद्र गहलोत ने आज की बैठक का एजेंडा प्रस्तुत किया । बैठक में जिला मंत्री तेज बहादुर सिंह चारण ने जिले की उपशाखाओं की आगामी बैठकों की जानकारी प्रदान की। अंत में जिलाध्यक्ष प्रकाश चंद्र माणमियां   ने सभी का आभार व्यक्त किया।

इस वर्चुअल बैठक में कैलाश चंद्र सुथार पूर्व जिला अध्यक्ष, करेड़ा उपशाखा अध्यक्ष रामेश्वर लाल आमेटा, लादू दास वैष्णव व मांडल उपशाखा से परेश तिवारी ,अखिलेश विश्नोई सहित अनेक पदाधिकारी शामिल हुए।

 कार्यक्रम का संचालन उपशाखा अध्यक्ष चैनसुख टेलर ने किया।

*वेतन कटौती का विरोध*

 पेमेनेजर पोर्टल पर वेतन कटौती के लिए किये गए संशोधन को वापस लेने एवं शिक्षको व कार्मिको के वेतन से स्वैछिक कटौती करने के आदेश पारित करवाने राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार को पत्र लिख कर विरोध  जताया 

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