आरोग्य भारती कोरोना से बचाव के लिए गांव-गांव, ढाणी- ढाणी बाट रही आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां
भीलवाड़ा हलचल। कोरोना काल में आमजन की सेवा व उन्हें कोरोना के बचाने के लिए आरोग्य भारती चित्तौड़ प्रांत ने एक अच्छा कदम उठाया है। आरोग्य भारती के बैनर तले गांव-गांव, ढाणी-ढाणी तक आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां आमजन तक पहुंचाई जा रही है। ताकि आमजन इसका काढ़ा बनाकर कर अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं। भामाशाह अशोक कोठारी द्वारा हाल ही में गंगापुर, रायपुर, महेंद्रगढ़, कोशीथल, आमली सहाड़ा आदि ग्रामीण क्षेत्रों में वासा, गिलोय, भारंगी, तालीसपत्र, कंटकारी, मुलेठी, तुलसी, चिरायता, हल्दी, सोंठ, लवंग, पिप्पली, काली मिर्च, गोजीवहादी क्वाथ का आमजन को वितरण इसका काढ़ा बनाकर पीने के फायदे बताएं। जिला प्रवक्ता रामकिशोर काबरा ने बताया की चित्तौड़ प्रांत सचिव कैलाश सोमानी के निर्देशन में यह सेवा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आयुर्वेद एक सम्पूर्ण विज्ञान है। वर्तमान परिदृश्य में आधुनिक चिकित्सा पद्धति से किसी भी प्रकार से कोई सहायता या सटीक उपचार नहीं प्राप्त नहीं हो रहे है। मनुष्य साधारण सर्दी जुकाम से ग्रसित होने पर भी उसे कोविड पॉजिटिव मानकर महंगी जांचे कराने को बाध्य किया है। सर्दी, जुकाम की दवा तथा महंगी से महंगी कफनाशक गोलिया तथा बिना जरुरत के फेबीफ्लू, एंटीबायोटिक व स्टेरॉइड का सेवन कर रहा है। इनके उपद्रव स्वरूप नए नए रोगों का प्रादुर्भाव हो रहा है। पहले भी हम मौसमी बीमारियो से संक्रमित होते थे और उसे हम केवल घरेलु नुस्खो से ठीक कर लेते थे। उसी से प्रेरित होकर प्रधानमंत्री ने वैद्यो से कंसल्ट करके एक विशेष काढ़े जिसे “आयुष क्वाथ” जिसमें तुलसी, दालचीनी, सोंठ, कालीमिर्च है का सेवन करने को प्रेरित किया है |इसके नियमित सेवन से श्वसन तन्त्र सम्बन्धी किसी भी प्रकार के कफ जनित संक्रमण नहीं होती है। यदि हो भी जाती है तो आसानी से ठीक हो जाती है। आयुष क्वाथ का नियमित सेवन सुबह व शाम करीब 3 माह से राजस्थान स्पिनर्स मांडपिया व कन्या खेड़ी की दोनों इकाईयों में स्टाफ और श्रमिको को करवाया जा रहा है। इस काढ़े के निरन्तर सेवन से उनके यहा किसी भी स्टाफ या श्रमिक को किसी भी प्रकार का कोविड सम्बन्धित संक्रमण नहीं हुआ है।
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