बच्चो की सुरक्षा को लेकर बाल कल्याण समिति ने किया महिला एवं बाल चिकित्यालय का किया निरिक्षण

   चितौड़गढ़/ भीलवाड़ा हलचल।  कोविड -19 महामारी की तीसरी लहर में बच्चों में सक्रमण संभावना को देखते हुए राज बाल आयोग के अध्यक्षा संगीता बेनीवाल एवं सदस्य षैलेन्द्र पाडिया के निर्देष पर महिला एवं बाल चिकित्सालय का निरिक्षण कर रिपोर्ट बाल आयोग को प्रेषित की गई निरिक्षण के दौरान पाया गया कि चिकित्सालय में कुल वार्मर 36 वर्तमान है तथा लेबर रूम में आॅक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध है आईसीयू में 5 बेड पाये गये नवजात कोविड एक बालक होना बताया तथा दो महिला कोविड सक्रमित पायी गई थी उनके नवजात षिषु कि जांच रिपोर्ट आना षेष है। तथा चिकित्सालय में एक महिला ने जुडवा बच्चों को जन्म देने के बाद में कोरोना से मृत्यु होना चिकित्साकों ने बताया व बच्चे अभी परिवारजनों के पास सुरक्षित है सेनेटाइज व फेस मास्क की  व्यवस्था पायी गई तथा लेबर रूम में तीन बेड है तथा 6 बेड कि व्यवस्था पृथक से कि गई है सभी में आॅक्सीजन सिलेण्डर पाया गया। लेकिन जिले में डेडिकेटड कोविड सेन्टर बच्चों का पृथक नही पाया गया जो विचाराधीन है और प्रषासनिक स्तर पर उसकी तैयारिया कि जा रही है । बाल कल्याण समिति अध्यक्ष रमेष चन्द्र दषोरा व सदस्य मंजू जैन ने आयोग से मांग की है कि जिला मुख्यालय सहित सभी उपखण्ड स्तर पर तीसरी लहर से बच्चों के बचाव के लिये पृथक से कोविड सेन्टर अविलम्ब चालू कराया जावे ताकि तीसरी लहर से सक्रमित बच्चों के उपचार कि व्यवस्था सुनिष्चित की जा सके । निरिक्षण के दौरान डाॅ प्रतिभा सनाढय ,डाॅ अरविन्द सनाढय व षिषु वार्ड के चिकित्साकर्मी एवं नसिंग स्टाफ साथ।

    

  बालको द्वारा दी गई गलत सूचना पर भी समिति ने  लगाया पता व किया पुर्नवास 
चितौड़गढ़ गंभीर रोड़ स्टेषन पर आर पी एफ व चाइल्ड लाईन के मार्फत दो नाबालिग लावारिस बच्चे प्लेट फाॅर्म पर घूमते हुए पाये जाने के प्रकरण में बाल कल्याण समिति के आदेष से क्वारेन्टाइन सेन्टर गाडिया लौहार स्कूल चितौड़गढ़ में आवासित बालकों ने चाइल्ड लाइन व आरपीएफ व बाल अधिकारिता विभाग के काउन्सलर को लगातार अपने नाम पते व निवास कि गलत सूचना देते रहे और उनकी सूचना के मुताबिक बाल कल्याण समिति ने बालको के परिजनो को उज्जैन चाइल्ड लाइन व पुलिस मध्यप्रदेष को सूचना दी लेकिन बालकों ने अपना गृह जिला उज्जैन बताया जिसे पुलिस व उज्जैन चाइल्ड लाइन को काफी परेषानियों का सामना करना पड़ा । इस पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेष चन्द्र दषोरा ने उज्जैन व भोपाल बाल कल्याण समितियों को निर्देष दिये कि इन बच्चों के परिवारजनो का राजस्तरीय प्रयास करके उनका पता लगाया जाए। इस पर चाइल्ड लाइन उज्जैन की काउंसलर के अथक प्रयासों से दोनो बालक सिहौर जिले के खेखाखेडी ,नौगाव दोनो अपने मामा भुआ के भाई होना पाये जाने पर काउन्सलर ने उज्जैन से 200 किलोमीटर दूर जाकर उनके माता-पिता को चितौड़गढ़ भिजवाया जिस पर परिवारजनों के साथ पुर्नवास किया। 30460 रूपये कि राषि दस्तयाबी के दौरान प्राप्त हुई थी जिसे बालकों के परिजनों ने अपनी होने से इनकार कर दिया तथा बाालको से मिली राषि के मामलों में उनके परिवार स्तर पर राषि कहां से आयी जांच करने के निर्देष दिये। बाल कल्याण समिति की सदस्य मंजू जैन ने बताया कि यह राषि बाल अधिकारिता विभाग में जमा है।

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