मांडल में धार्मिक स्थल विवाद: गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की एंट्री, CM गहलोत से की मंदिर का ताला खुलवाने की मांग
भीलवाड़ा । जिले के मांडल कस्बे में प्रतिबंधित धार्मिक स्थल को लेकर चल रहे विवाद में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की एंट्री हो गई है। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने गहलोत सरकार से मंदिर का ताला खुलवाने की मांग की है। संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने सीएम गहलोत से मंदिर का ताला खुलवाने की मांग की है। विजय बैंसला ने ट्वीट किया- मांडल में देवनारायण भगवान के किवाड़ 1977 से बंद है, सरकार से निवेदन है कि न्यायालय में दुरुस्त पैरवी करके जल्द मंदिर के पाट खुलवाएं जाए। जो व्यक्ति भावुक हो गए और घटना को अंजाम दे गए- उन्हें जल्द रिहा करने का कष्ट करें। मेरा प्रशासन से निवेदन है कि इस पर कार्य जल्द की जाए। सरकार मजबूती के साथ करे पैरवी विजय बैंसला ने कहा कि चूंकि मामला न्यायालय में है। इसलिए सरकार न्यायालय में मजबूती से पैरवी करें। जो लोग थाने में बंद है। उन्हें जल्द ही रिहा किया जाए। हम जल्द ही मांडल जाएंगे। वहां के स्थानीय लोगों से चर्चा करेंगे। मंदिर खोले जाने के उपायों पर चर्चा करेंगे। गुर्जर समाज के युवक को रिहा करने की मांग गुर्जर आऱक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा कि मंदिर के मामले पर जल्द ही सीएम गहलोत समिति का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। सीएम से यह पूछने के लिए कब तक मंदिर के किवाड़ खुलेंगे। न्यायोचित तरीके से जो कार्य करने होंगे वह हम करेंगे। विजय बैंसला का कहना है कि जिनका जन्म 1977 में हुआ है। उन्होंने मंदिर के दर्शन नहीं किए। उनका भावुक होना जायज। राज्य सरकार से अनुरोध है कि ऐसे युवा जो जेल में बंद है। उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए। उल्लेखनीय है कि मांडल कस्बे में भगवान देवनारायण का मंदिर पिछले 45 साल से बंद है। पिछले कुछ दिनों गोपाल गुर्जर नामक युवक ने मंदिर का ताला खोल दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ताला तोड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। पुलिस की इस मामले में जमकर किरकिरी हुई। 1977 से चल रहा है विवाद स्थानीय लोगों का कहना है कि धार्मिक स्थल को लेकर 1977 से विवाद चल रहा है। इस भूखंड में एक छोटा सा ढांचा है। जिसे दो समुदाय के लोग अपना-अपना धार्मिक स्थल होने का दावा कर रहे हैं। इसकी वजह से यह मामला कोर्ट में विचाराधिन है। कोर्ट ने इस धार्मिक स्थल पर ताला लगवा दिया था। चांबी मांडल थाने में दर्ज करवा दी थी। इसके बाद से ही मंदिर का ताला बंद था। लेकिन हाल ही में गोपाल गुर्जर नामक युवक ने मंदिर का ताला तोड़ दिया था। |
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