भू-संरक्षण विभाग के कनिष्ठ अभियंता ने कलक्ट्रेट परिसर में ली 50 हजार की रिश्वत, एसीबी चित्तौड़ ने पकड़ा
चितौड़गढ़ BHN भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) चित्तौड़गढ़ की टीम ने सोमवार को जल ग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग (पीआईए) गंगरार के कनिष्ठ अभियंता को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपी ने चित्तौड़गढ़ कलक्ट्रेट परिसर में ही यह रिश्वत की राशि ली थी। इशारा पाकर एसीबी की टीम ने आरोपी कनिष्ठ अभियंता को दबोच लिया। एक फर्म के भुगतान की एवज में यह रिश्वत की राशि ली गई थी। आरोपित कनिष्ठ अभियंता को एसीबी गिरफ्तार कर कार्यालय लेकर आई है, जहां उससे पूछताछ जारी है। एसीबी चित्तौड़गढ़ के प्रभारी दयालाल चौहान ने बताया कि कपासन निवासी अनिल कुमार पुत्र नारायणलाल खटीक ने एक रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि रिपोर्ट में बताया कि परिवादी अनिल कुमार मैसर्स ब्लू वॉटर एग्रोटेक भीलवाडा फर्म के साईट इंचार्ज है तथा उक्त फर्म ने 4 साईटों पर ग्राम पंचायत सोनियाणा एवं गंगरार में सोलर पम्प, ड्रीप सिस्टम एवं ट्यूबवेल खनन का कार्यादेश के तहत् नियमानुसार करवाया गया था। इस पर कुल कार्यादेश राशि 48.30 लाख रूपये में से आरोपित कनिष्ठ अभियंता कुल 11 प्रतिशत के हिसाब से कमीशन राशि के रूप में रिश्वत राशि की मांग की जा रही थी। एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया जो सही पाई गई। इस मामले में गत 19 जुलाई को रिश्वत राशि मांग सत्यापन के दौरान 1 लाख रूपये की रिश्वत राशि की मांग आरोपी अलवर जिले में बानसूर तहसील के बूटेरी निवासी व हाल कनिष्ठ अभियन्ता, कार्यालय जल ग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग (पीआईए) गंगरार फुलचन्द स्वामी पुत्र लक्ष्मण स्वामी ने की। इस पर सोमवार को नियमानुसार ट्रेप आयोजन किया गया। आरोपी ने चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट परिसर में प्रार्थी से रिश्वत की राशि ली। बाद में उसने राशि कार में रख दी। इशारा पाकर एसीबी ने कलेक्ट्री परिसर चित्तौडगढ में एसपी कार्यालय के पास स्थित पार्किंग से आरोपी की निजी कार के डेसबोर्ड स्थित डिग्गी से 50 हजार रुपए की रिश्वत राशि बरामद की गई। कलेक्ट्री परिसर चित्तौडगढ में काफी भीड होने से आरोपी को ब्यूरो कार्यालय नजदीक होने से ब्यूरो कार्यालय चित्तौडगढ़ पर लाकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। इस कार्यवाही में ट्रेपकर्ता अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो चित्तौड़गढ़ के प्रभारी दयालाल चौहान थे। वहीं टीम में हेड कांस्टेबल श्यामलाल, कांस्टेबल मानसिंह, जितेन्द्रसिंह, सुनिल कुमार व खालिद हुसैन की टीम शामिल थे। कार्यवाही में राजेन्द्र प्रसाद गोयल, उप महानिरीक्षक पुलिस महोदय, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो उदयपुर रेंज उदयपुर का निर्देशन रहा। |
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