बनेड़ा में फिर बवाल, बंद रहे बाजार, दो घंटे तक थाना घेरा, आला अधिकारियों के आश्वासन पर खत्म किया प्रदर्शन

 


 बनेड़ा सीपी शर्मा. बनेड़ा की बालिका मैना की संदिग्ध मौत को हत्या बतकार निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे ग्रामीणों के सब्र का बांध मंगलवार को उस वक्त फूट पड़ा जब पुलिस इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई करती नजर नहीं आई। आक्रोशित ग्रामीणों ने एक बार फिर बनेड़ा बंद का आह्वान कर दिया और एकत्रित होकर बनेड़ा थाने जा पहुंचे, जहां उन्होंने करीब दो घंटे तक थाने का घेराव कर अपनी मांग पुलिस के समक्ष रखी। इस बीच, बंद व प्रदर्शन की सूचना पर एएसपी चंचल मिश्रा व मांडल डीएसपी सुरेंद्र कुमार भी बनेड़ा पहुंच गये और ग्रामीणों को समझाइश कर मामले की जांच के लिए टीम गठित करने का भरोसा दिलाया और स्वयं ने मौका देखा। इसके बाद ही ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया। 
जानकारी के अनुसार, बनेड़ा कस्बे में पुराने अस्पताल के पीछे तेली मोहल्ले की 13 वर्षीय मैना तेली की 23 अगस्त को उसी के घर में संद्रिग्ध हालत में फंदे से लटकी लाश मिली थी। मैना के शव का  पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस ने एक डायरी मृतका के घर से बरामद की, जिसमें कथित तौर पर मैना का लिखा एक सुसाइड नोट मिला। इसमें पिता नहीं होने और इसी के चलते उसे साइकिल नहीं मिलने की बात लिखी थी। ऐसे में पुलिस ने मामले को आत्महत्या मान लिया।  सुसाइड नोट का खुलासा 26 अगस्त को किया गया। पुलिस जहां मामले को आत्महत्या मान रही है, वहीं ग्रामीण व तेली समाज मैना की मौत को हत्या बताकर लगातार कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इसी के चलते  परिवार  तथा समाज के लोग 26 अगस्त को मृतका के मामा कैलाश पुत्र लादु लाल तेली निवासी आकोला के नेतृत्व में  जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और एस पी आदर्श सिद्धू  को  ज्ञापन दिया। इस ज्ञापन में मैना की मौत को हत्या बताते हुये जांच की मांग की थी।  
कोई सुनवाई नहीं होने पर मासुम मैना को इंसाफ  दिलाने तथा हत्या के मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग को लेकर के 27 को कस्बा बंद का ऐलान किया गया। ऐसे में मंगलवार सुबह  से ही बनेड़ा कस्बे के बाजार बंद रहे । इसके बाद सर्व समाज ने खारिया कुंड से जुलूस निकाला, जो  सदर बाजार,चोखी बावड़ी,शीतला माता चौक, पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड होते हुए उपखण्ड कार्यालय पहुंचे जहां पर  नारेबाजी करते हुए उपखण्ड अधिकारी अंशुल सिंह एवं पुलिस उपाधीक्षक मांडल सुरेन्द्र कुमार ज्ञापन सौंपकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई । 

उधर, चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस की जांच में कोई तेजी नहीं आई। इसे लेकर ग्रामीणों ने फिर से बाजार बंद रखने का निर्णय लिया। इसके चलते बाजार पूर्णतया बंद रहे। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया।  वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण इक_ा हो के नजर बाग स्थित अक्षय भवन पहुंचे तथा  गोपाल चरण सिसोदिया से इस मामले में वार्तालाप करके आगे की रणनीति तैयार की। इसके बाद ग्रामीणों ने बनेड़ा थाने का घेराव कर नारेबाजी की। 
बंद व थाने के घेराव की सूचना पर एएसपी शाहपुरा चंचल मिश्रा,  पुलिस उपाधीक्षक मांडल सुरेन्द्र कुमार भी थाने पहुंचे ।  ग्रामीणो से वार्ता कर इन अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया कि मामले की जांच के लिए टीम का गठन कर दिया गया है। साथ ही दोनों अधिकारियों ने मौका भी देखा। इसके बाद ही ग्रामीणों ने प्रदर्शन खत्म किया। 
 ग्रामीणों ने दो घंटे के बाद थाने का घेराव खत्म किया घेराव के दौरान , मुरली मनोहर व्यास, जगदीश खटीक, सांवर लाल तेली, संपत सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। 

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