मातृकुंडिया से सात दिन से छोड़ा जा रहा है पानी, नही बढ़ रहा है मेजा का गेज, जाने कारण

 


 भीलवाड़ा विजय गढ़वाल। सालों तक भीलवाड़ा की प्यास बुझाने वाले मेजा बांध को भरने के लिए भले ही मातृकुंडिया से फीडर के जरीये पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन मेजा का गेज नहीं बढ़ पा रहा है। कारण, मातृकुंडिया से मेजा के बीच के दो से तीन तालाबों को भरने के लिए फीडर के गेट खोलना बताया जा रहा है। विभाग की माने तो प्रतिदिन फीडर से जितना पानी मेजा में नहीं पहुंच रहा, उससे ज्यादा तो बांध से पेयजल के लिए  पंप पानी उठा रहा है। 
जानकारी के अनुसार, मातृकुंडिया बांध ओवरफ्फ्लो होने के साथ ही मेजा बांध को भरने के लिए मेजा फीडर में पिछले शनिवार शाम को पानी छोड़ा गयाभ्। करीब 58 किलोमीटर की यह लंबी दूरी तय कर बुधवार रात पानी मेजा बांध में पहुंचा। सूत्रों का कहना है कि  मातृ कुंडिया से 1.7 मीटर पानी छोड़ा जा रहा है, लेकिन मेजा का गेज अब तक नहीं बढ़ पाया। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मातृकुंडिया से वैसे 1.7 मीटर पानी फीडर के जरिये छोड़ा जा रहा है, लेकिन अमरगढ़ तक जो पानी पहुंच रहा है, वो 7.5 सेंटीमीटर है।
 इसका कारण यह है कि मातृकुंडिया और मेजा के बीच उऊंचकिया सहित दो-तीन तालाब पड़ते हैं, जिन्हें भरने के लिए फीडर के गेट खोल दिये गये। ऐसे में मेजा तक नाम मात्र का पानी पहुंच रहा है। जेईएन गोपाल जाट बताते हैं कि जितना पानी मेजा में पहुंच रहा है, उससे ज्यादा तो पेयजल सप्लाई के लिए बांध से पंप पानी उठा रहे हैं। 
उधर, जानकारों का कहना है कि जब तक मातृकुंडियो से फीडर में पानी नहीं बढ़ाया जायेगा और रास्ते में खोले गये फीडर के गेट बंध नहीं होंगे, तब तक मेजा का गेज बढ़ नहीं सकता।  ऐसे में जो लोग मेजा बांध भरने की उम्मीद लगा रहे थे, उनकी उम्मीद पूरी होती नजर नहीं आ रही है। बता दें कि बारिश की भीलवाड़ा से लगभग विदाई मानी जा रही है, ऐसे में मेजा के भरने के चांस अब खत्म होते दिखाई पड़ रहे हैं। 

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