| भीलवाड़ा बीएचएन। सूदखोर रवि उर्फ डेविड से परेशान होकर एक युवक के खुदकुशी करने के बाद अब उसके खिलाफ लगातार शिकायतें मिलने लगी है। ऐसी ही एक और शिकायत शुक्रवार को आरके कॉलोनी के एक व्यक्ति ने कोतवाली में दर्ज करवाई है, जिसमें रवि व उसके दो साथियों पर परिवादी, उसके नाबालिग बेटे व दोस्त को बंधक बनाकर मारपीट करने व 50 लाख रुपये, मकान के दस्तावेज, चेक व स्टांप लेकर रिहा करने के आरोप लगाये हैं। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी। कोतवाल मुकेश वर्मा के मुताबिक, आरके कॉलोनी निवासी मोहम्मद जिलानी पुत्र छोटे खां ने शुक्रवार को रिपोर्ट पेश की। जिलानी ने रिपोर्ट में रवि उर्फ डेविड खटीक, गोविंद व यशवंत को आरोपित बनाया है। कोतवाल का कहना है कि जिलानी और आरोपित आपस में एक-दूसरे के परिचित और मिलने वाले हैं। इसी कारण रवि खटीक ने एक अगस्त 2022 दोपहर 12 बजे के आसपास जिलानी को अपने ऑफिस में मिलने के लिए बुलाया था।  जिलानी, दोपहर करीब साढ़े बारह-एक बजे के बीच अपने दोस्त अशोक खटीक के साथ रवि व गोविंद के सिंधुनगर स्थित ऑफिस चला गया। जहां जिलानी व दोस्त अशोक को आरोपितों ने बंदी बना लिया। आरोपित ने जिलानी से कहा कि तुमने अभी हाल ही में 15-20 दिन में एक प्रोपर्टी विक्रय की है, इसका तुम्हारे पास रुपया आया हुआ है। इन रुपयों में से एक करोड़ रुपये की राशि तुम मुझे दो, अन्यथा में तुम्हे और तुम्हारे पुत्र रिहान को जान से खत्म कर दूंगा। उसने रिहान को भी बंदी बनाकर रखने की बात कही। इसे लेकर परिवादी ने अपनी पत्नी को फोन किया और 50 लाख रुपये घर से देने के लिए कहा। आरोपित रवि के कहने पर यशवंत जिलानी के घर गया, जहां जिलानी की पत्नी ने उसे 50 लाख रुपये की राशि व तीन खाली चेक दिये। ये राशि व चेक यशवंत वहां ले आया। इसके बाद फिर से 50 लाख रुपये के लिए आरोपितों ने परिवादी व उसके दोस्त अशोक को जमकर बैसबॉल के डंडे से मारा। कनपटी पर पिस्टल रखकर कहा कि मुझे 50 लाख रुपये और नहीं दिये या इसके लिए लिखापढ़ी नहीं की तो तुम्हें व तुम्हारे पुत्र को गोली मार देंगे। परिवादी ने उससे अपने नाबालिग पुत्र रिहान के बारे में बार-बार पूछा, पर उन्होंने कुछ नहीं बताया कि उसे कहां बंधक बना रखा है। इन्होंने एक ही जवाब दिया कि अगर रुपये नहीं दिये तो तुझे व पुत्र को जिंदा नहीं छोड़ेंगे। इसके बाद आरोपित, परिवादी जिलानी को कार में बैठाकर उसके घर ले गये और उसे गाड़ी से नहीं उतरने दिया। परिवादी का मकान जो कि बीलियाखुर्द रीको इंडस्ट्रीज एरिया में है उसके असल दस्तावेज पत्नी को फोन कर नीचे मंगवाये। पत्नी ने दस्तावेज परिवादी को लाकर दिये। इसके बाद आरोपित, उसे स्टांप वाले के यहां लाये और 500 रुपये का स्टांप भी जिलानी के नाम से खरीदा और खाली पर ही हस्ताक्षर करवा लिये। इस प्रकार खाली स्टांप व बीलिया के मकान के दस्तावेज बंधक बना कर ले लिये। बाद में जिलानी व उसके पुत्र को शाम को छोड़ दिया। आरोपितों ने उसे कहा कि पुलिस व कानूनी कार्रवाई की तो कनपटी पर पिस्टल लगाकर तुम्हें उड़ा देंगे। जिलानी ने खुद व परिवार के खतरे में होने की बात कहते हुये आरोपित से परिवादी के 50 लाख रुपये, तीन खाली चेक, खाली स्टांप व पत्नी के नाम मकान के असल दस्तावेज दिलाये जावे। कोतवाल का कहना है कि केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपों की जांच की जा रही है।
एसपी सिद्धू बोले- डरने की जरुरत नहीं, शिकायत दें, कार्रवाई हम करेंगे पुलिस अधीक्षक आदर्श सिद्धू ने आमजन से अपील की है कि यदि आप किसी सूदखोर या ब्याज माफिया के चंगुल में फंसे हुये हैं तो आपको बिल्कुल भी डरने और घबरानेे की जरुरत नहीं हैं। आप, अपनी श्किायत दर्ज करायें। हम उस पर सख्त कानूनी कार्रवाई करेंगे। हम आपके साथ हैं। |  |
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